Varanasi: उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन की स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तिकरण योजना के तहत वितरण के लिए प्रदान किए गए एंड्रॉयड स्मार्ट फोनों की हेराफेरी कर विभिन्न लोगों को बेचने वाले एक अभियुक्त को वाराणसी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। अभियुक्त के कब्जे और निशानदेही पर 32 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 5 लाख 52 हजार रुपये है।
पुलिस आयुक्त Varanasi के निर्देश पर अपराधों पर प्रभावी अंकुश लगाने और “जीरो टॉलरेंस” नीति के तहत कार्रवाई करते हुए, पुलिस उपायुक्त वरुणा जोन, अपर पुलिस उपायुक्त वरुणा जोन और सहायक पुलिस आयुक्त सर्किल कैंट के पर्यवेक्षण में थाना कैंट पुलिस ने ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत अभियुक्त विशेष श्रीवास्तव, पुत्र स्व. हरिशंकर लाल श्रीवास्तव, निवासी ग्राम चांदपुर, थाना मण्डुआडीह, जनपद वाराणसी को 7 अगस्त 2025 को रात 8:10 बजे फुलवरिया ओवर ब्रिज के नीचे गेट नंबर 4 के पास से हिरासत में लिया।

मयंक कुमार, निदेशक, स्किल प्रो टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड, देहरादून, उत्तराखंड के प्रार्थना पत्र के आधार पर 28 जून 2025 को थाना कैंट में मुकदमा दर्ज किया गया। इस मुकदमे के अनुसार, विशेष श्रीवास्तव को रामनगर, Varanasi के विद्यार्थियों को वितरण के लिए 48 एंड्रॉयड स्मार्ट फोन दिए गए थे। इनमें से 6 फोनों की मैपिंग नहीं की गई थी, जबकि 42 फोनों की डीजी शक्ति पोर्टल पर मैपिंग की गई थी। अभियुक्त ने इन 42 स्मार्ट फोनों को विद्यार्थियों में वितरित करने के बजाय मनमाने ढंग से अन्य लोगों को बेच दिया।

विवेचना के दौरान Varanasi पुलिस ने अभियुक्त के कब्जे और निशानदेही से 32 एंड्रॉयड स्मार्ट फोन बरामद किए, जिनकी अनुमानित कीमत 5 लाख 52 हजार रुपये है। अभियुक्त पर पुलिस उपायुक्त वरुणा जोन द्वारा 25,000 रुपये का इनाम भी घोषित किया गया था। पुलिस द्वारा अन्य विधिक कार्रवाई की जा रही है।
