New Delhi : पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान अधिकृत क्षेत्रों में चलाए गए ‘Operation Sindoor’ में भारतीय वायुसेना ने कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर बड़ा प्रहार किया। इस अभियान में अहम भूमिका निभाने वाले 9 भारतीय वायुसेना अधिकारियों को देश के तीसरे सबसे बड़े युद्धकालीन वीरता सम्मान वीर चक्र से नवाजा जाएगा।

सूत्रों के मुताबिक, Operation Sindoor में भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के करीब 6 लड़ाकू विमानों को मार गिराया, जिससे आतंकवादियों और उनके संरक्षकों को करारा झटका लगा। इस कार्रवाई ने पाकिस्तान की सैन्य और आतंकी क्षमताओं को गहरी चोट पहुंचाई।
सम्मान पाने वालों में ग्रुप कैप्टन रणजीत सिंह सिद्धू, ग्रुप कैप्टन मनीष अरोड़ा (एससी), ग्रुप कैप्टन अनिमेष पाटनी, ग्रुप कैप्टन कुणाल कालरा, विंग कमांडर जॉय चंद्रा, स्क्वाड्रन लीडर सार्थक कुमार, स्क्वाड्रन लीडर सिद्धांत सिंह, स्क्वाड्रन लीडर रिजवान मलिक और फ्लाइट लेफ्टिनेंट अर्शवीर सिंह ठाकुर शामिल हैं।

Operation Sindoor में रणनीतिक नेतृत्व और युद्ध योजना के लिए वायुसेना उप प्रमुख एयर मार्शल नरनादेश्वर तिवारी, पश्चिमी वायु सेना कमांडर एयर मार्शल जीतेंद्र मिश्रा और महानिदेशक वायु संचालन एयर मार्शल अवधेश भारती को सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक प्रदान किया जाएगा।
कुल 26 वायुसेना अधिकारी और वायुसैनिक वीरता पुरस्कारों से सम्मानित होंगे। इनमें 13 अधिकारियों को युद्ध सेवा पदक मिलेगा, जिन्होंने भारतीय हवाई क्षेत्र की सुरक्षा और दुश्मन के ठिकानों पर हमले में योगदान दिया। इनमें एयर वाइस मार्शल जोसेफ सुआरेस, एवीएम प्रजुअल सिंह और एयर कमोडोर अशोक राज ठाकुर के नाम प्रमुख हैं।

इन जांबाजों के साहस, कौशल और दृढ़ संकल्प ने न केवल सीमापार खतरे को निष्क्रिय किया बल्कि भारत की वैश्विक ताकत के रूप में छवि को भी और मजबूत किया। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह सम्मान भारतीय वायुसेना की प्रतिबद्धता और त्वरित, निर्णायक प्रतिक्रिया की मिसाल है।
