वाराणसी। काशी के सभी प्रमुख और छोटे मंदिरों में शनिवार को दीपावली के तीसरे दिन अन्नकूट का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया गया। काशी विश्वनाथ और अन्नपूर्णा मंदिर में भक्तों ने पूजा-अर्चना की। काशी विश्वनाथ मंदिर में लड्डुओं से बने शिवालय ने विशेष आकर्षण बिखेरा, जबकि अन्नपूर्णा मंदिर की दीवारें और हर कोना लड्डुओं से सजा हुआ नजर आया।

काशी विश्वनाथ मंदिर में अन्नकूट की भव्य झांकी के दर्शन भक्तों के लिए खुले थे, वहीं अन्नपूर्णा मंदिर में दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक प्रसाद का वितरण हुआ। देवी अन्नपूर्णा को 511 कुंतल मिठाइयों का भोग अर्पित किया गया। मंदिर के मुख्य परिसर में देवी-देवताओं के कक्ष में भी अन्नकूट की आकर्षक झांकी सजाई गई।

भक्तों को पंगत में प्रसाद
अन्नपूर्णा मंदिर में भक्तों को शाम 5 बजे तक पंगत में बैठाकर प्रसाद परोसा गया। मां के मंदिर में सेवा देने वालों की भी लंबी कतार लगी रही। अन्नपूर्णा मंदिर के अन्य देवालयों में भी छप्पन भोग की भव्य झांकी प्रस्तुत की गई। शहर के कई प्रतिष्ठित डॉक्टर, साहित्यकार, समाजसेवी और धर्मगुरु मां के दरबार में सेवा देने पहुंचे।