प्रयागराज। महाकुंभ 2025 की तैयारियों के तहत प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने साधु-संतों, तीर्थ पुरोहितों और विभिन्न संस्थाओं के लिए भूमि आवंटन का शेड्यूल जारी कर दिया है। यह आवंटन प्रक्रिया 1 दिसंबर से 12 दिसंबर तक चलेगी, जबकि नई संस्थाओं को 15 दिसंबर के बाद भूमि की उपलब्धता के आधार पर जमीन दी जाएगी।
1 दिसंबर को उत्तरी झूंसी, अन्नपूर्णा मार्ग और दक्षिणी झूंसी क्षेत्र में भूमि का आवंटन होगा। 2 दिसंबर को संगम लोअर मार्ग की संस्थाओं को जमीन दी जाएगी। इसके बाद, 3 दिसंबर को शास्त्री गाटा, कबीर नगर, हेतापट्टी कुटी मार्ग और अरैल क्षेत्र की संस्थाओं को भूमि आवंटित की जाएगी।
4 दिसंबर को मुक्ति मार्ग पर संस्थाओं को भूमि का आवंटन होगा, जबकि 5 दिसंबर को हर्षवर्धन मार्ग, शंकराचार्य मार्ग और तुलसी मार्ग की संस्थाओं को भूमि मिलेगी। 6 दिसंबर को अक्षय वट मार्ग, महावीर मार्ग और त्रिवेणी मार्ग सहित कई प्रमुख मार्गों की संस्थाओं को भूमि आवंटित की जाएगी। इसी प्रकार, 7 दिसंबर को अलोप शंकरी मार्ग और 8 दिसंबर को अनंत माधव मार्ग व अन्य मार्गों पर भूमि का आवंटन किया जाएगा।
9 दिसंबर को कैलाशपुरी मार्ग और बजरंगदास मार्ग की संस्थाओं को भूमि आवंटित की जाएगी। 12 दिसंबर को तीर्थ पुरोहितों की संस्था प्रयागवाल को भूमि आवंटित कर आवंटन प्रक्रिया पूरी की जाएगी। नई संस्थाओं से ऑनलाइन आवेदन लिए गए हैं। इन्हें 15 दिसंबर के बाद उपलब्धता के आधार पर जमीन दी जाएगी। प्रयागराज मेला प्राधिकरण ने यह भी स्पष्ट किया है कि अपरिहार्य परिस्थितियों में आवंटन तिथियों में परिवर्तन किया जा सकता है। भूमि आवंटन तिथि के दो दिन बाद सुविधा पर्ची जारी की जाएगी।