बिजनौर – जिले के ग्राम करौंदा चौधर में मनरेगा के तहत कब्रिस्तान की मेड़बंदी के काम के दौरान मजदूरों को पुरानी मिट्टी की हांडी में 15 प्राचीन सिक्के मिले। इन सिक्कों को मुगलकालीन बताया जा रहा है और चांदी का होने का अनुमान लगाया गया है।
सिक्कों पर अरबी भाषा और हिजरी वर्ष अंकित
मजदूरों को मिले सफेद रंग के इन सिक्कों पर अरबी भाषा में लेखन और हिजरी वर्ष 1191 अंकित है। ग्रामीणों ने तुरंत इस बारे में ग्राम प्रधान इकरार अंसारी को जानकारी दी। प्रधान की सूचना पर पुलिस प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार मौके पर पहुंचे और सिक्कों को जब्त कर लिया।
सिक्के पुरातत्व विभाग को सौंपे जाएंगे
पुलिस ने बरामद सिक्कों को अपने कब्जे में लेकर जिला प्रशासन को सूचित किया है। अधिकारियों ने जानकारी दी कि सिक्कों को पुरातत्व विभाग के हवाले किया जाएगा ताकि इनका इतिहास और मूल्य पता लगाया जा सके।
खुदाई के दौरान पहले भी मिली हैं प्राचीन वस्तुएं
यह स्थान प्राचीन सभ्यताओं के अवशेषों के लिए पहले से ही प्रसिद्ध है। लगभग 15 वर्ष पहले इसी स्थान पर खोदाई के दौरान तांबे का लोटा और लखौरी ईंटें मिली थीं।
कब्रिस्तान में पहले था बसा गांव
ग्रामीणों के अनुसार, जहां अब कब्रिस्तान है, वहां लगभग 100 साल पहले तक गांव बसा हुआ था। बाद में गांव को दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया और इस स्थान को दफनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने लगा।

प्राचीन धरोहरों से समृद्ध बिजनौर की भूमि
बिजनौर जिले की भूमि प्राचीन सभ्यताओं और ऐतिहासिक धरोहरों का प्रमाण देती रही है। इस घटना ने एक बार फिर क्षेत्र की ऐतिहासिक धरोहरों को उजागर किया है, जिससे ग्रामीणों में उत्साह और जिज्ञासा का माहौल है।