लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने होमगार्ड जवानों की भर्ती प्रक्रिया में बड़ा बदलाव करते हुए इसे सिपाही की तर्ज पर आयोजित करने की योजना बनाई है। इस नई व्यवस्था के तहत लगभग 44 हजार होमगार्ड जवानों की भर्ती की जाएगी। सरकार ने होमगार्ड विभाग को इस प्रक्रिया को बेहतर और पारदर्शी बनाने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस भर्ती बोर्ड के नियमों का हो रहा अध्ययन
होमगार्ड विभाग ने पुलिस भर्ती बोर्ड के नियमों का अध्ययन शुरू कर दिया है ताकि सिपाही भर्ती जैसी पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके। भर्ती प्रक्रिया में लिखित परीक्षा शामिल होगी, जो पहली बार होमगार्ड भर्ती के लिए आयोजित की जाएगी।
दौड़ और लिखित परीक्षा के आधार पर होगा चयन
होमगार्ड जवानों की भर्ती में शारीरिक दक्षता परीक्षण के साथ लिखित परीक्षा आयोजित की जाएगी। दौड़ के बाद लिखित परीक्षा के परिणामों के आधार पर अंतिम चयन सूची जारी की जाएगी। यह कदम युवाओं को योग्य और सक्षम होमगार्ड बनने का अवसर प्रदान करेगा।
आपदा मित्र के रूप में होमगार्ड की भूमिका
नए होमगार्ड जवानों को आपदा मित्र के रूप में विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि आपदा प्रबंधन के दौरान उनकी उपयोगिता बढ़ सके। इसके लिए उन्हें आधुनिक तकनीकों और संसाधनों से लैस किया जाएगा।
अलग से बनेगा भर्ती बोर्ड
भर्ती प्रक्रिया को अधिक व्यवस्थित और कुशल बनाने के लिए एक अलग भर्ती बोर्ड गठित किया जाएगा। यह बोर्ड भर्ती के सभी पहलुओं को सुचारू रूप से संचालित करेगा।