नई दिल्ली। भारतीय रेल मंत्रालय ने बुधवार को स्पष्ट किया कि महाकुंभ मेले के दौरान यात्रियों को मुफ्त यात्रा की अनुमति देने संबंधी खबरें पूरी तरह भ्रामक और बेबुनियाद हैं। मंत्रालय ने इन अफवाहों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वैध टिकट के बिना यात्रा रेलवे के नियमों के तहत वर्जित और दंडनीय है।
रेल मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि महाकुंभ मेले के दौरान यात्रियों को मुफ्त यात्रा की अनुमति दी जाएगी। भारतीय रेलवे इन खबरों का स्पष्ट रूप से खंडन करता है क्योंकि ये पूरी तरह आधारहीन और झूठी हैं। महाकुंभ या किसी अन्य मौके पर मुफ्त यात्रा का कोई प्रावधान मौजूद नहीं है।
यात्रियों की सुविधा के लिए की जा रही व्यवस्थाएं :-
बयान में यह भी बताया गया कि रेलवे महाकुंभ मेले के दौरान यात्रियों की बड़ी संख्या को देखते हुए विशेष इंतजाम कर रहा है। इसमें विशेष यात्री क्षेत्र, अतिरिक्त टिकट काउंटर और अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है ताकि यात्रियों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
फेक न्यूज का खंडन :-
कुछ फेक खबरों में यह दावा किया जा रहा था कि कुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए रेलवे ने केंद्र सरकार को मुफ्त यात्रा का प्रस्ताव भेजा है। इन खबरों में यह भी कहा गया कि कुंभ से लौटते समय जनरल कोच में यात्रियों को टिकट खरीदने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके अलावा, यह अफवाह फैलाई जा रही थी कि रेलवे कुंभ के लिए 13,000 ट्रेनें चलाने की योजना बना रहा है। रेलवे ने इन दावों को भी पूरी तरह से झूठा बताया।
भारतीय रेलवे ने जनता से अपील की है कि वे ऐसी झूठी खबरों पर विश्वास न करें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें। रेल मंत्रालय ने महाकुंभ के दौरान यात्रियों के लिए निर्बाध और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता जताई है।