नई दिल्ली I महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव खत्म हुए एक महीने से ज्यादा वक्त बीत चुका है, लेकिन चुनाव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। कांग्रेस पार्टी द्वारा लगाए गए आरोपों के जवाब में चुनाव आयोग ने मंगलवार को स्पष्टीकरण दिया है। आयोग ने कहा कि हाल ही में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मतदाता सूची तैयार करने में किसी तरह की अनियमितता नहीं की गई।
चुनाव आयोग ने कांग्रेस के इस दावे को खारिज किया कि मतदाताओं के नाम मनमाने ढंग से जोड़े या हटाए गए। आयोग ने बताया कि शाम 5 बजे के मतदान आंकड़ों और अंतिम आंकड़ों की तुलना करना सही नहीं है, क्योंकि शाम 5 बजे से रात 11:45 बजे तक मतदान में वृद्धि सामान्य है। यह प्रक्रिया मतदान के एकत्रीकरण और गणना का हिस्सा है, जिससे डाले गए वोट और गिने गए वोटों में मामूली अंतर संभव है।
चुनाव आयोग ने जोर देकर कहा कि वास्तविक मतदाता मतदान में बदलाव असंभव है, क्योंकि मतदान का विवरण फॉर्म 17सी में दर्ज होता है, जो मतदान बंद होने के समय ही उम्मीदवारों के एजेंटों को उपलब्ध कराया जाता है।
आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र में मतदाता सूची तैयार करने में पारदर्शिता और नियम-आधारित प्रक्रिया का पालन किया गया। कांग्रेस प्रतिनिधियों की भागीदारी के साथ ही मतदाता सूची से नाम जोड़ने और हटाने की प्रक्रिया पूरी हुई, जिसमें किसी भी प्रकार की अनियमितता की गुंजाइश नहीं रही।