जयपुर। राजस्थान के कोटपुतली में बोरवेल में गिरी तीन साल की मासूम चेतना जिंदगी की जंग हार गई। बुधवार, 1 जनवरी को, 220 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद उसे बाहर निकाला गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बच्ची का शव पोस्टमार्टम के लिए ले जाया जा रहा है।
यह दुखद घटना 23 दिसंबर को कोटपुतली के बड़ियाली गांव में हुई, जब खेलते समय तीन साल की चेतना बोरवेल में गिर गई। घटना के तुरंत बाद प्रशासन ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया।
चेतना को बचाने के लिए प्रशासन, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें दिन-रात जुटी रहीं। इस रेस्क्यू ऑपरेशन में फायर ब्रिगेड, जेसीबी और नगर परिषद के कर्मचारी भी शामिल थे। कोटपुतली के एसपी, एएसपी, डीएसपी और तीन थानों के थानाधिकारी मौके पर तैनात रहे।
10 दिनों तक चले इस कठिन रेस्क्यू ऑपरेशन के बावजूद चेतना को बचाया नहीं जा सका। इस हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। प्रशासन ने घटना की जांच और बोरवेल सुरक्षा मानकों को लेकर सख्त कदम उठाने का आश्वासन दिया है।
