Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को हुए एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन क्रैश ने 270 जिंदगियों को लील लिया। इस हादसे में सिर्फ 1 यात्री, विश्वास कुमार, जिंदा बचा। मरने वालों में 169 भारतीय, 52 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और 1 कनाडाई नागरिक शामिल हैं। प्लेन एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत से टकराया, जहां से 29 शव बरामद हुए। इस त्रासदी ने कई परिवारों की खुशियां छीन लीं, जिनकी मार्मिक कहानियां सामने आ रही हैं।
दो दिन पहले बनी थी दुल्हन, आज विधवा
Ahmedabad Plane Crash में वडोदरा के 26 वर्षीय भविक माहेश्वरी लंदन में नौकरी करते थे। दो हफ्ते की छुट्टी पर भारत आए भविक की 10 जून को कोर्ट मैरिज हुई थी। परिवार अगली बार धूमधाम से समारोह की योजना बना रहा था, लेकिन 12 जून को भविक की फ्लाइट क्रैश हो गई। उनकी नई-नवेली दुल्हन उन्हें छोड़ने अहमदाबाद एयरपोर्ट गई थी। घर पहुंचने से पहले ही हादसे की खबर ने उसे तोड़ दिया। पिता अर्जुन माहेश्वरी का कहना है, “हमारा सपना टूट गया।”
MBBS छात्र की मेस में मौत
Ahmedabad Plane Crash में ग्वालियर के जिगसोली गांव के 19 वर्षीय आर्यन राजपूत MBBS सेकेंड ईयर के छात्र थे। हादसे के वक्त वे हॉस्टल की मेस में लंच कर रहे थे। प्लेन उसी हॉस्टल पर क्रैश हुआ, जिसने आर्यन और 28 अन्य की जान ले ली। परिवार का कहना है, “वह डॉक्टर बनकर हमारा नाम रोशन करना चाहता था।”
सगाई की तैयारियां मातम में बदलीं
ठाणे की 26 वर्षीय एयर होस्टेस और ट्रैवल इन्फ्लूएंसर रोशनी सोनघारे की नवंबर में सगाई और मार्च में शादी तय थी। तीन दिन पहले ड्यूटी के लिए निकलीं रोशनी इस हादसे में चल बसीं। उनका परिवार सदमे में है। पिता ने बताया, “घर में खुशियों का माहौल था, अब सिर्फ सन्नाटा है।”
मणिपुर हिंसा पीड़ित परिवार की इकलौती कमाने वाली
26 वर्षीय क्रू मेंबर लैमनुंथेम सिंगसोन मणिपुर की कुकी समुदाय से थीं। मणिपुर हिंसा में घर छोड़ने के बाद वे परिवार की इकलौती कमाने वाली थीं। उनकी विधवा मां, बीमार भाई और पढ़ रहे दो भाइयों का सहारा थीं। 11 जून को मां से फोन पर प्रार्थना करने वाली सिंगसोन की मौत ने परिवार को तोड़ दिया।
27 साल पहले भी 11A सीट पर बैठा शख्स बचा था
Ahmedabad Plane Crash हादसे में एकमात्र बचे विश्वास कुमार 11A सीट पर थे। इस खबर ने थाईलैंड के एक्टर-सिंगर रुआंगसाक लोयचुसाक को 1988 का हादसा याद दिलाया, जब वे भी थाई एयरवेज के क्रैश में 11A सीट पर बैठे थे और बच गए थे। उन्होंने फेसबुक पर लिखा, “यह संयोग अविश्वसनीय है।”
पति को सरप्राइज देने जा रही थीं इंदौर की महिला
इंदौर की एक महिला अपने पति को सरप्राइज देने लंदन जा रही थीं, लेकिन उनकी जिंदगी इस Ahmedabad Plane Crash में थम गई। उनके परिवार का कहना है, “वह हमेशा दूसरों को खुश रखती थी।”
