लखनऊ I पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ हिंसा के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh) ने इस मुद्दे पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का समर्थन किया है। अखिलेश ने कहा, “हम ममता बनर्जी के साथ हैं। बंगाल में जो दंगे और हिंसा हो रही है, उसे बीजेपी करा रही है। समाजवादी पार्टी ममता को पूरा समर्थन देगी।”
मुर्शिदाबाद हिंसा पर सियासत
अखिलेश (Akhilesh) की यह प्रतिक्रिया यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस बयान के जवाब में आई है, जिसमें उन्होंने मुर्शिदाबाद हिंसा पर सपा और कांग्रेस की चुप्पी पर सवाल उठाए थे। योगी ने कहा था कि बंगाल जल रहा है और ममता दंगाइयों को शांतिदूत कह रही हैं। जवाब में अखिलेश ने बीजेपी पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया और ममता के पक्ष में खड़े हो गए।
यूपी के इंफ्रास्ट्रक्चर पर सवाल
Akhilesh ने यूपी के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर भी योगी सरकार को घेरा। उन्होंने हाल की अस्पतालों में आग की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा, “प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर बदहाल है। अस्पतालों में आग लग रही है। झांसी की घटना से सबक लिया होता तो शायद कल की घटना न होती। कहीं भ्रष्टाचार छुपाने के लिए तो आग नहीं लगाई गई? हमें जानकारी है कि पिछले सात-आठ सालों से सस्ते और घटिया सामान का इस्तेमाल हो रहा है।”
कानून-व्यवस्था पर तंज
प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर Akhilesh ने तीखा हमला बोला। उन्होंने प्रयागराज में एक युवक को जिंदा जलाने की घटना का हवाला देते हुए कहा, “यह कोई मामूली घटना नहीं है।” इसके अलावा, अतीक अहमद हत्याकांड के आरोपियों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, “आरोपियों का बैकग्राउंड देखिए, गरीब परिवारों से हैं। उनके पास इतनी महंगी पिस्टल कहां से आई? सरकार इसका जवाब नहीं देगी।”
अंबेडकर पर बयान
Akhilesh ने बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर को लेकर कहा, “बाबा भीमराव अंबेडकर भगवान हैं, उनकी जगह कोई नहीं ले सकता।” यह बयान हाल के सियासी विवादों के बीच उनकी दलित समुदाय के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
बंगाल हिंसा का पृष्ठभूमि
मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना के भांगड़ में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान हिंसा भड़क उठी थी। मुर्शिदाबाद में तीन लोगों की मौत हुई, जबकि सैकड़ों लोग मालदा जिले में शरण लेने को मजबूर हुए। बीजेपी ने ममता पर अल्पसंख्यक तुष्टिकरण का आरोप लगाया, जबकि ममता ने कहा कि यह कानून केंद्र सरकार का है और बंगाल में लागू नहीं होगा।
