लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संभल हिंसा को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस घटना के पीछे भाजपा की सोची-समझी साजिश है, ताकि जनता का ध्यान असली मुद्दों से हटाया जा सके। अखिलेश ने कहा कि “संभल में अधिकारी इस तरह काम कर रहे हैं, जैसे वे भाजपा के कार्यकर्ता हों। हम इस घटना पर अपनी बात संसद में रखना चाहते हैं, लेकिन सदन को जानबूझकर नहीं चलने दिया जा रहा। हमारी मांग अब भी वही है कि इस मामले की सच्चाई सामने आए।”
देश की एकता पर मंडरा रहा खतरा
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि जो लोग देश में हर जगह खुदाई करवाने पर जोर दे रहे हैं, वे सौहार्द और भाईचारे को खत्म करने की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने बांग्लादेश के मुद्दे पर भी सरकार की आलोचना की। अखिलेश ने कहा, “भारत सरकार को इस पर गंभीरता से सोचना चाहिए। अगर हमारे संतों का सम्मान नहीं हो सकता, तो सरकार अपनी ताकत का दावा कैसे कर सकती है?”
क्या है मामला?
संभल में 24 नवंबर को मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसक झड़पें हुईं। फायरिंग और पथराव की घटनाओं में पांच लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें कई पुलिसकर्मी भी शामिल हैं। घटना के बाद इलाके में भारी तनाव है। स्थिति पर नियंत्रण के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है और प्रशासन ने सख्ती से निगरानी शुरू कर दी है।