नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी डॉ. बीआर अंबेडकर और संविधान विरोधी रही है। उन्होंने कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने वाला करार दिया।
अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस मेरे बयान को गलत तरीके से पेश कर रही है। अंबेडकर जी और उनके सिद्धांतों के प्रति भाजपा की प्रतिबद्धता अडिग है। उन्होंने कांग्रेस पर अंबेडकर जी को अपमानित करने के आठ बड़े आरोप गिनाए।
कांग्रेस पर अमित शाह के आठ आरोप :-
- अमित शाह ने कहा कि 1951-52 और 1954 के चुनावों में कांग्रेस ने *बाबा साहेब को हराने के लिए हर संभव कोशिश की।
- अमित शाह ने कहा कि 1990 तक कांग्रेस ने अंबेडकर जी को भारत रत्न नहीं दिया, जबकि नेहरू और इंदिरा गांधी ने खुद को यह सम्मान दिला दिया।
- शाह के अनुसार, कांग्रेस ने अंबेडकर की 100वीं जयंती मनाने की अनुमति तक नहीं दी।
- जब तक कांग्रेस सत्ता में रही, अंबेडकर का कोई स्मारक नहीं बनने दिया। यह केवल गैर-कांग्रेसी सरकारों के आने पर संभव हो सका।
- शाह ने दावा किया कि नेहरू जी अंबेडकर के प्रति कटुता रखते थे। जब अंबेडकर ने मंत्रिमंडल छोड़ने का मन बनाया, तो नेहरू ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
- अंबेडकर के महान योगदान को नेहरू जी द्वारा बार-बार नजरअंदाज किया गया।
- नेहरू ने अंबेडकर के जन्मस्थान मऊ में स्मारक बनाने के प्रस्ताव को यह कहकर ठुकरा दिया कि यह सामान्य सरकारी नीति के खिलाफ है।
- अमित शाह ने कहा कि नेहरू के आश्वासन के बावजूद अंबेडकर जी को मंत्रिमंडल में कोई महत्वपूर्ण विभाग नहीं दिया गया।
अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे इस नापाक प्रयास में शामिल हो गए हैं। गृह मंत्री ने मीडिया से अपील की कि उनके बयान को संपूर्णता में पेश किया जाए।