वाराणसी हॉकी हॉस्टल के 2 खिलाड़ियों ने बढ़ाया मान, UP टीम को नेशनल सब जूनियर स्कूली हॉकी में दिलाया गोल्ड
वाराणसी। वाराणसी के बड़ा लालपुर स्टेडियम स्थित हॉकी छात्रावास के दो होनहार खिलाड़ियों ने उत्तर प्रदेश टीम को नेशनल सब जूनियर स्कूली हॉकी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भदोही निवासी आदित्य पाल और आजमगढ़ के तरवां निवासी अश्विन राजभर ने अपनी शानदार प्रदर्शन से टीम की जीत में अहम योगदान दिया।
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ में 21 से 27 दिसंबर तक आयोजित इस राष्ट्रीय प्रतियोगिता में यूपी टीम ने फाइनल में पंजाब को 2-1 से हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। कई वर्षों बाद उत्तर प्रदेश ने इस प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता, जिसमें वाराणसी के इन दो खिलाड़ियों की मौजूदगी ने क्षेत्र का मान बढ़ाया।
वाराणसी लौटने पर क्षेत्रीय खेल अधिकारी (आरएसओ) विमला सिंह ने अपने कार्यालय में दोनों खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत किया। उन्होंने आदित्य और अश्विन को मेडल पहनाकर सम्मानित किया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। आरएसओ ने अन्य खिलाड़ियों से इनसे प्रेरणा लेने की अपील भी की।
हॉकी कोच अकरम महमूद ने बताया कि हॉस्टल में हॉकी की बारीकियां सीख रहे इन दोनों खिलाड़ियों का अपनी प्रतिभा के आधार पर यूपी टीम में चयन हुआ था। उन्होंने टीम को चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कोच ने दोनों को बधाई देते हुए कहा कि मेहनत से ही ऐसा मुकाम हासिल किया जा सकता है।
आरएसओ विमला सिंह ने कहा कि वाराणसी हॉकी का गढ़ रहा है, जहां से कई ओलंपियन निकले हैं। इसी वजह से खेल निदेशालय ने यहां हॉकी छात्रावास खोला, जिसमें वर्तमान में 23 लड़के कोच अकरम महमूद और शकील अहमद के मार्गदर्शन में प्रशिक्षण ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि नए एस्ट्रो टर्फ के कारण खिलाड़ियों को बेहतर सुविधा मिल रही है, जिससे सुबह-शाम कड़ी प्रैक्टिस हो रही है।
भदोही के आदित्य पाल ने कहा कि दो साल से लालपुर स्टेडियम में प्रशिक्षण ले रहे हमने टीम भावना से खेलकर फाइनल में पंजाब को हराया। लेफ्ट हाफ डिफेंडर आदित्य ने नए खिलाड़ियों को मेहनत करने की सलाह दी। वहीं राइट विंग से खेलने वाले अश्विन राजभर ने भी जीत की खुशी जताई और कहा कि सिलेक्शन के लिए कड़ी मेहनत जरूरी है।