BHU अस्पताल में 55 सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों की तैनाती, मरीजों को मिलेगी राहत
वाराणसी। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (आईएमएस) में सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया पूरी हो गई है। 16 विभागों में कुल 55 डॉक्टरों को तैनाती दी गई है। इससे बीएचयू अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर में आने वाले मरीजों को जांच और इलाज में काफी सहूलियत मिलेगी।
बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल की ओपीडी में पूर्वांचल के विभिन्न जिलों के अलावा बिहार, झारखंड आदि राज्यों से रोजाना 6000 से अधिक मरीज बेहतर इलाज के लिए आते हैं। वहीं, ट्रॉमा सेंटर की इमरजेंसी में 200 से ज्यादा और ओपीडी में 1000 के करीब मरीज पहुंचते हैं। लंबे समय से एनीस्थीसिया, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग सहित ट्रॉमा सेंटर और अन्य विभागों में सीनियर रेजिडेंट के पद खाली होने से ओपीडी और वार्ड में इलाज प्रभावित हो रहा था।
सितंबर 2025 में जारी विज्ञापन के तहत भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। आईएमएस की वेबसाइट पर विभागवार चयनित डॉक्टरों की सूची अपलोड कर दी गई है। निदेशक प्रो. एसएन संखवार ने कहा कि एक साथ 55 डॉक्टरों की तैनाती से मरीजों को बड़ा फायदा होगा। पैथोलॉजी जांच और इलाज अब आसानी से हो सकेगा। अन्य विभागों में खाली पदों की सूची भी तैयार की जा रही है, ताकि आगे भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा सके।
सबसे ज्यादा डॉक्टर इन विभागों को मिले:
- एनेस्थेसियोलॉजी विभाग: 7
- एनेस्थेसियोलॉजी (ट्रॉमा सेंटर): 5 (कुल एनीस्थीसिया में 12)
- स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग: 5 (मुख्य) + 2 (ट्रॉमा सेंटर) = 7
- कम्यूनिटी मेडिसिन: 3
- पैथोलॉजी (ट्रॉमा सेंटर): 5
2-2 डॉक्टर मिले इन विभागों को:
- माइक्रोबायोलॉजी (ट्रॉमा सेंटर)
- साइकियाट्री (ट्रॉमा सेंटर)
- ईएनटी (ट्रॉमा सेंटर)
- ऑर्थोपेडिक्स (ट्रॉमा सेंटर)
- जनरल मेडिसिन
- जनरल मेडिसिन (ट्रॉमा सेंटर)
- रेडियोलॉजी (ट्रॉमा सेंटर)
- रेडियोथेरेपी विभाग
1-1 डॉक्टर मिले इन विभागों को:
- बायोकेमिस्ट्री
- फॉरेंसिक मेडिसिन
- फार्माकोलॉजी
- पीडियाट्रिक्स
- पीडियाट्रिक्स (ट्रॉमा सेंटर)
- ईएनटी विभाग
- जनरल सर्जरी
- जीरियाट्रिक मेडिसिन
- रेडियोलॉजी
- टीबी एंड रेस्पिरेटरी मेडिसिन
- हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन (ट्रॉमा सेंटर)
- द्रव्यगुण विभाग
इस नई तैनाती से अस्पताल की चिकित्सा सेवाएं और मजबूत होंगी तथा मरीजों की लंबी प्रतीक्षा और इलाज में आने वाली दिक्कतें कम होंगी।