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IIT BHU में 100 साल पुराना पीपल का पेड़ फिर खड़ा हुआ! IWD टीम ने तकनीकी तरीके से किया पुनर्जन्म

 

Varanasi : भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT BHU ) के इंस्टिट्यूट वर्क्स डिपार्टमेंट (IWD) ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम उठाते हुए, उद्यान विभाग के सहयोग से लगभग 100 वर्ष पुराने एक पीपल के पेड़ को पुनर्जनन प्रदान किया। हाल ही में तेज हवाओं और बारिश के कारण यह विशाल पेड़ गिर गया था, लेकिन IWD की तकनीकी विशेषज्ञता ने इसे फिर से खड़ा कर दिया।

अधीक्षण अभियंता मनीष कुमार ने बताया कि हाल की आंधी में कई पेड़ गिरे थे, जिनमें यह पीपल का पेड़ भी शामिल था। तकनीकी टीम ने मशीनों और जनशक्ति के समन्वय से इसे पुनःस्थापित किया। IWD की टीम ने दो JCB और एक हाइड्रा मशीन की मदद से सावधानीपूर्वक इस पेड़ को उठाया, ताकि इसकी जड़ों को कोई नुकसान न पहुंचे। पेड़ के भारी वजन को ध्यान में रखते हुए, जड़ों की सुरक्षा के लिए विशेष उपाय किए गए। मिट्टी को मजबूत किया गया और जल व पोषण प्रबंधन की व्यवस्था की गई।

उद्यान विभाग के वरिष्ठ अधिकारी अश्विनी कुमार देशवाल ने बताया कि पेड़ को स्थापित करने से पहले उसकी ऊंचाई कम की गई और संतुलन बनाए रखने के लिए उसे उचित आकार दिया गया। जड़ों को पोषण देने के लिए हार्मोन्स का उपयोग किया गया और गड्ढे को मजबूती प्रदान की गई। देशवाल ने कहा कि पीपल का धार्मिक और भावनात्मक महत्व है, और संस्थान के कई लोग, विशेषकर पुराने छात्र, इस पेड़ को बचाने की मांग कर रहे थे।

टीम ने दो-तीन अन्य बड़े और पुराने पेड़ों को भी चिन्हित किया है, जिन्हें पुनःस्थापित करने की योजना है। अगले कुछ हफ्तों तक पेड़ की निगरानी की जाएगी ताकि यह पूरी तरह स्थिर हो सके। यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण और तकनीकी दक्षता का अनूठा संगम है।