अस्पताल में टूटा शौचालय, गंदी चादरें… देख भड़की महिला आयोग उपाध्यक्ष, 7 दिन में सुधार का अल्टीमेटम
राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु चौधरी ने पीएचसी चिरईगांव का निरीक्षण किया, जहां गंदगी, टूटा शौचालय, गंदी चादरें और भोजन व्यवस्था में खामियां मिलीं। उन्होंने एक सप्ताह में सुधार के निर्देश दिए और अन्य शैक्षणिक व स्वास्थ्य संस्थानों का भी निरीक्षण किया।
वाराणसी: राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष चारु चौधरी ने शनिवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) चिरईगांव का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं, साफ-सफाई और व्यवस्थाओं में कई गंभीर खामियां सामने आईं। शौचालय गंदा मिला और उसका दरवाजा भी टूटा हुआ पाया गया, जिस पर उपाध्यक्ष ने कड़ी नाराजगी जताई।
उपाध्यक्ष ने ओपीडी, प्रसव कक्ष, दवाओं की उपलब्धता, प्रसूता महिलाओं को मिलने वाले भोजन और बुनियादी सुविधाओं की गहन समीक्षा की। प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. मनोज कुमार वर्मा को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि एक सप्ताह के भीतर सभी कमियों को दूर किया जाए।
निरीक्षण के दौरान परिवार नियोजन काउंसलर रुचि चौरसिया से उपलब्ध संसाधनों और लाभार्थियों की संख्या की जानकारी ली गई। उपाध्यक्ष ने एक महीने से कम एक्सपायरी वाली दवाओं को तुरंत हटाने के निर्देश दिए। प्रसव कक्ष में भर्ती महिलाओं ने बताया कि नाश्ते में पूड़ी-सब्जी मिली थी, लेकिन दोपहर का भोजन, दूध और फल उपलब्ध नहीं कराए गए। इस पर प्रभारी चिकित्साधिकारी ने बताया कि भोजन का टेंडर जिला स्तर से होता है।
प्रसूताओं के बेड पर बिछी चादरें भी गंदी पाई गईं, जिस पर उपाध्यक्ष ने कार्यशैली में सुधार लाने की सख्त हिदायत दी। आधुनिक पैथोलॉजी के निरीक्षण में उपस्थिति रजिस्टर पर कई दिनों से कर्मचारियों के हस्ताक्षर न होने की बात भी सामने आई।
इसके बाद उपाध्यक्ष कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, शिवपुर पहुंचीं, जहां 79 छात्राएं उपस्थित मिलीं। उन्होंने बालिकाओं के साथ प्रेरणादायक संवाद किया और वार्डन विशाखा सिंह को निर्देश दिया कि हर महीने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के मोटिवेशनल सत्र आयोजित कराए जाएं। ‘बाल विवाह मुक्त भारत अभियान’ के तहत छात्राओं को शपथ भी दिलाई गई।
विद्यालय में साफ-सफाई की व्यवस्था संतोषजनक पाई गई, हालांकि बच्चों ने बताया कि पिछले एक वर्ष से विज्ञान और सामाजिक विज्ञान के शिक्षक नहीं हैं। इस पर उपाध्यक्ष ने जिला समन्वयक बालिका शिक्षा को एक माह के भीतर दोनों विषयों के अध्यापकों की तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उपाध्यक्ष ने चौबेपुर स्थित एसओएस चिल्ड्रन विलेज का भी निरीक्षण किया, जहां बच्चों के लिए घर जैसा वातावरण देखकर उन्होंने संस्था की सराहना की। इसके बाद कबीरचौरा स्थित जिला महिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया गया। यहां महिला वार्ड, सिजेरियन और स्पेशल वार्ड की साफ-सफाई व्यवस्था उत्कृष्ट पाई गई।
उपाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री सुमंगला योजना के तहत हेल्प डेस्क स्थापित कर सभी नवजात बालिकाओं का तत्काल पंजीकरण कराने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ. मानसी गुप्ता, सहायक शोध अधिकारी कर्णिका सिंह, संरक्षण अधिकारी निरुपमा सिंह, महिला थाने से उप निरीक्षक प्रतिभा चौहान सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।