डिवाइन काशी की थीम पर सजेगी Dev Deepawali, ड्रोन से निगरानी के CM Yogi ने दिए निर्देश
वाराणसी। इस बार देव दीपावली पर काशी एक बार फिर अपनी दिव्यता और भव्यता से जगमगाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार पर्यटन विभाग ने ‘क्लीन काशी, ग्रीन काशी, डिवाइन काशी’ की थीम पर तैयारियों को युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है। नमो घाट से लेकर अस्सी घाट तक पूरे क्षेत्र को स्मार्ट लाइटिंग, फ्लोरल डेकोरेशन, थीम इंस्टॉलेशन, लेज़र शो और ग्रीन आतिशबाजी से सजाया जाएगा।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि देव दीपावली अब सिर्फ एक धार्मिक पर्व नहीं रहा, बल्कि यह काशी की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक पहचान बन चुका है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक के बाद से ही विभाग पूरी ताकत से तैयारियों में जुटा है ताकि इस बार का आयोजन और भी यादगार बन सके।
घाटों पर दिखेगी दिव्यता और स्वच्छता
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि घाटों पर स्मार्ट लाइटिंग और आकर्षक फूलों की सजावट की जा रही है। श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए ड्रोन सर्विलांस, सीसीटीवी कैमरे, कंट्रोल रूम और कमांड सेंटर 24 घंटे सक्रिय रहेंगे। उन्होंने कहा, “प्रत्येक घाट पर पर्याप्त सफाईकर्मियों की तैनाती की गई है। गलियों और प्रमुख मार्गों की विशेष सफाई हो रही है ताकि काशी की सुंदरता और स्वच्छता दोनों बरकरार रहें।
सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए आपातकालीन नौका, एम्बुलेंस सेवाएं, पेयजल और चिकित्सीय सहायता केंद्र भी स्थापित किए जा रहे हैं। इसके अलावा, नाविकों को लाइफ जैकेट, पंजीकरण टैग और निर्धारित रूट की जानकारी दी जा रही है।
चेत सिंह घाट पर लेज़र शो और ग्रीन आतिशबाजी
मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि चेत सिंह घाट पर इस बार 25 मिनट की प्रोजेक्शन के साथ हर दिन तीन बार लेज़र शो का आयोजन किया जाएगा। वहीं, काशी विश्वनाथ घाट से चेत सिंह घाट तक की रेत पर आकर्षक सैंड आर्ट इंस्टॉलेशन बनाई जाएगी। उन्होंने कहा, “काशी विश्वनाथ धाम घाट के सामने ग्रीन आतिशबाजी और संगीत कार्यक्रम के साथ 10 मिनट का ग्रीन फायरक्रैकर शो आयोजित किया जाएगा, जिससे प्रदूषण भी न हो और भव्यता भी बनी रहे।”
इस बार की देव दीपावली थीम आधारित सजावट के साथ साथ सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, पारंपरिक संगीत, लेज़र शो और क्राफ्ट प्रदर्शनी से सजी होगी। नमो घाट और अस्सी घाट पर कारीगरों द्वारा बनाए गए मिट्टी के दीयों और इको-फ्रेंडली सजावट से घाटों की सुंदरता और बढ़ेगी। जैसे ही शाम ढलेगी और गंगा के जल में हजारों दीपों का प्रतिबिंब झिलमिलाएगा, पूरा वाराणसी “हर हर गंगे” के जयघोष से गूंज उठेगा।
यातायात और प्रबंधन पर भी विशेष ध्यान
मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री ने साफ निर्देश दिए हैं कि आयोजन के दौरान यातायात, पार्किंग, बैरिकेडिंग, शटल सेवाओं, बिजली आपूर्ति और चिकित्सा सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो।
इसके अलावा, घाटों पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय कलाकारों, विद्यालयों, स्वयंसेवी संस्थाओं, महिला समूहों और धर्माचार्यों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।