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फर्जी RTO मोबाइल ऐप से 1.31 लाख की साइबर ठगी, गाड़ी ट्रांसफर के नाम पर बैंक खाता साफ

वाराणसी के चौबेपुर क्षेत्र में साइबर ठगों ने फर्जी आरटीओ मोबाइल ऐप के जरिए वाहन ट्रांसफर के नाम पर युवक से 1.31 लाख रुपये की ठगी कर ली। ठगों ने चालान जांच के बहाने बैंक विवरण हासिल किया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

 

वाराणसी: चौबेपुर थाना क्षेत्र में साइबर ठगों ने वाहन ट्रांसफर के नाम पर एक युवक से 1 लाख 31 हजार 500 रुपये की ठगी कर ली। ठगों ने फर्जी आरटीओ मोबाइल एप के जरिए पीड़ित की बैंक संबंधी गोपनीय जानकारी हासिल की और कुछ ही मिनटों में खाते से पूरी रकम उड़ा दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पिपरी धौरहरा गांव निवासी पीड़ित राजेश यादव के अनुसार वह अपनी गाड़ी ट्रांसफर की प्रक्रिया पूरी कर रहे थे। इसी दौरान चालान की स्थिति जांचने के बहाने साइबर ठगों ने उन्हें एक कथित आरटीओ मोबाइल एप डाउनलोड करने को कहा। एप डाउनलोड करते ही ठगों ने बैंक विवरण तक पहुंच बना ली।

पीड़ित ने बताया कि 3 नवंबर को चालान जमा करने के कुछ ही मिनटों बाद उनके बैंक खाते से 1,31,500 रुपये की निकासी हो गई। ठगी का अहसास होते ही उन्होंने तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराई और बाद में चौबेपुर थाने में लिखित तहरीर दी।

इस मामले में चौबेपुर थाना प्रभारी अजित कुमार वर्मा ने बताया कि पीड़ित की तहरीर के आधार पर सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। साइबर सेल की मदद से मामले की जांच की जा रही है और ठगों तक पहुंचने के प्रयास किए जा रहे हैं।

पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वाहन ट्रांसफर, चालान या किसी भी सरकारी प्रक्रिया के नाम पर भेजे गए अनजान मोबाइल एप, लिंक या कॉल से सावधान रहें और किसी भी स्थिति में बैंक संबंधी जानकारी साझा न करें।