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देशभर के उत्पाद मिलेंगे एक ही छत के नीचे, वाराणसी के अर्बन हाट चौकाघाट में खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी शुरु, पहले ही दिन 18 लाख की बिक्री

 

मुख्य अतिथियों ने अपने संबोधन में लोगों से अधिक से अधिक खादी और ग्रामोद्योग उत्पाद खरीदने

की अपील की। उन्होंने कहा कि खादी न केवल स्वदेशी और पर्यावरण–अनुकूल है, बल्कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार भी सृजित होता है।

पहले ही दिन शानदार शुरुआत

आयोजकों के अनुसार प्रदर्शनी में पहले ही दिन 18 लाख रुपये की बिक्री दर्ज की गई, जो लोगों के उत्साह और खादी उत्पादों की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है। कार्यक्रम के दौरान मां मुंडेश्वरी म्यूजिक, वाराणसी द्वारा स्वागत संगीत की प्रस्तुति भी दी गई, जिसने माहौल को और आकर्षक बना दिया।

देशभर के उत्पाद एक छत के नीचे

प्रदर्शनी में खादी वस्त्रों के साथ-साथ प्रतापगढ़ और वाराणसी के आचार–मुरब्बे, आंवले की बर्फी, सीतापुर की चादरें, उत्तराखंड की सदरी, कश्मीर के शाल, पंजाब की फुलकारी, बनारस की साड़ियां और कालीन जैसे उत्पाद लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं।

कुल 113 स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें 25 स्टॉल खादी के और 88 स्टॉल ग्रामोद्योग उत्पादों के हैं। दूर-दराज से आए उद्यमी अपने उत्पादों के साथ यहां मौजूद हैं, जिससे खरीदारों को गुणवत्ता और विविधता दोनों का लाभ मिल रहा है।

ग्रामीण उद्यमियों को मिलेगा सीधा लाभ

आयोजकों ने बताया कि इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के उद्यमियों को सीधा बाजार उपलब्ध कराना, विपणन में सहायता देना और बिक्री के लिए प्रोत्साहित करना है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बिक्री का आंकड़ा और भी बढ़ेगा और यह आयोजन खादी व ग्रामोद्योग को नई पहचान देगा।

मुख्य अतिथियों ने अपने संबोधन में लोगों से अधिक से अधिक खादी और ग्रामोद्योग उत्पाद खरीदने की अपील की। उन्होंने कहा कि खादी न केवल स्वदेशी और पर्यावरण–अनुकूल है, बल्कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार भी सृजित होता है।

पहले ही दिन शानदार शुरुआत

आयोजकों के अनुसार प्रदर्शनी में पहले ही दिन 18 लाख रुपये की बिक्री दर्ज की गई, जो लोगों के उत्साह और खादी उत्पादों की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है। कार्यक्रम के दौरान मां मुंडेश्वरी म्यूजिक, वाराणसी द्वारा स्वागत संगीत की प्रस्तुति भी दी गई, जिसने माहौल को और आकर्षक बना दिया।