बुलावा अपने आप आ गया..काशी पहुंची अभिनेत्री भाग्यश्री, बाबा विश्वनाथ के किए दर्शन, बनारसी व्यंजनों का चखा स्वाद
वाराणसी। बॉलीवुड अभिनेत्री भाग्यश्री शुक्रवार को धार्मिक नगरी काशी पहुंचीं। अपने प्रवास के दौरान उन्होंने गंगा घाटों का भ्रमण किया, बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लिया और काशी की संस्कृति, शांति व पारंपरिक जीवनशैली को करीब से महसूस किया। भाग्यश्री ने रिक्शे पर सवार होकर काशी की तंग गलियों का आनंद लिया और स्थानीय व्यंजनों का स्वाद भी चखा।
काशी आगमन पर अभिनेत्री ने कहा कि यह शहर सिर्फ पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि आत्मिक अनुभूति का केंद्र है। उन्होंने कहा, “काशी के बारे में कहा जाता है कि यहां आकर खुद को खो देना चाहिए, ताकि अपने असली स्वरूप को पाया जा सके। यह महादेव की नगरी है और साल खत्म होने से पहले बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने की मेरी इच्छा थी। ऐसा लगा जैसे बुलावा अपने आप आ गया हो।”
उन्होंने बताया कि यह उनका पहला काशी दौरा नहीं है, लेकिन हर बार यहां आने पर एक अलग ही आकर्षण और बेचैनी महसूस होती है। भाग्यश्री के अनुसार, चाहे कितनी भी भीड़ क्यों न हो, काशी में एक आंतरिक शांति और अपनापन महसूस होता है, जो बड़े महानगरों में दुर्लभ है।
काशी के कलाकारों और कला की सराहना
भाग्यश्री ने काशी की कला और आध्यात्मिक विरासत की भी खुलकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह शहर कलाकारों से गहराई से जुड़ा रहा है। “उस्ताद बिस्मिल्लाह खान से लेकर एम.एफ. हुसैन तक, कई महान कलाकारों का काशी से नाता रहा है। कलाकारों के लिए शांति बहुत जरूरी होती है और काशी में आकर खुद को खोजने का अवसर मिलता है,” उन्होंने कहा।
बनारसी जायके की हुईं मुरीद
अपने दौरे में अभिनेत्री बनारसी खानपान की दीवानी नजर आईं। उन्होंने बताया कि रात में उन्होंने काशी की मशहूर गुगनी और मसालेदार मटर का स्वाद लिया, जो उन्हें बेहद पसंद आया। भाग्यश्री ने कहा, “किसी भी शहर की असली पहचान वहां का खाना, स्थानीय लोग और उनकी कला होती है। अगर इनसे जुड़ाव न हो, तो यात्रा अधूरी रह जाती है।”
फिल्मी करियर और एआई पर राय
फिल्मी करियर को लेकर भाग्यश्री ने बताया कि उनकी आगामी फिल्म ‘राजा शिवाजी’ की शूटिंग पूरी हो चुकी है, जिसका निर्देशन रितेश देशमुख कर रहे हैं। इस फिल्म में कई बड़े कलाकार नजर आएंगे और इसके 2026 की शुरुआत में रिलीज होने की संभावना है।
वहीं, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर अपनी राय रखते हुए उन्होंने कहा कि तकनीक का सकारात्मक इस्तेमाल जरूरी है, लेकिन फर्जी वीडियो और बयानों का चलन चिंता का विषय है। इससे आम लोगों के लिए सही-गलत में फर्क करना मुश्किल हो रहा है।
काशी की आत्मा को बचाए रखने की अपील
अंत में भाग्यश्री ने काशी में हो रहे विकास कार्यों पर अपनी बात रखते हुए कहा कि विकास जरूरी है, लेकिन इस शहर की आत्मा—उसकी गलियां, घाट और संस्कृति जैसी है, वैसी ही बनी रहनी चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की कि जीवन में एक बार जरूर काशी आएं और यहां की शांति, संस्कृति और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करें।