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Varanasi: कैंट रेलवे स्टेशन बनेगा हरित ऊर्जा का केंद्र, सौर ऊर्जा से जगमगाएगा परिसर

 

Varanasi: वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन जल्द ही हरित ऊर्जा का एक नया मॉडल बनने जा रहा है। रेलवे प्रशासन ने स्टेशन पर 700 किलोवाट क्षमता के 2,800 सौर पैनल स्थापित करने का कार्य शुरू कर दिया है। यह परियोजना वर्ष के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है, जिससे न केवल बिजली की बचत होगी, बल्कि स्वच्छ और हरित ऊर्जा उत्पादन में भी एक नया मानदंड स्थापित होगा।

Varanasi लोकोमोटिव वर्क्स (बीएलडब्ल्यू) ने हाल ही में रेलवे ट्रैक के बीच हटाने योग्य सौर पैनल स्थापित करने की शुरुआत की है, जो देश में अपनी तरह का पहला प्रयोग है। चूंकि वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र है, इस नवाचार ने आम लोगों और रेलवे अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया है।

कई रेलवे अधिकारियों ने इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि इससे बिजली की लागत में कमी आएगी और पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान मिलेगा। Varanasi कैंट रेलवे स्टेशन के निदेशक अर्पित गुप्ता ने आईएएनएस को बताया कि इस परियोजना की शुरुआत 2016 में हुई थी, लेकिन स्टेशन के पुनर्मॉडलिंग कार्य के कारण इसे बीच में रोक दिया गया था। 

उन्होंने कहा, "2016-17 में, Varanasi स्टेशन पर लगभग 1 मेगावाट के सौर पैनल स्थापित किए गए थे, लेकिन 2023 में नए प्लेटफार्मों के निर्माण के दौरान उन्हें हटा दिया गया। अब सितंबर 2025 तक स्थापना कार्य पूरा हो जाएगा, जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ स्थिर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी। इससे प्रतिदिन लगभग 700 किलोवाट बिजली की बचत होगी, जो पूरी तरह से सौर ऊर्जा से प्राप्त होगी।"

उल्लेखनीय है कि Varanasi में सौर ऊर्जा उत्पादन मोदी सरकार की प्रमुख ऊर्जा नीतियों में से एक है, जिसके तहत न केवल घरों, बल्कि वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों और कार्यालय परिसरों को भी पारंपरिक ऊर्जा पर निर्भरता कम करने और सौर ऊर्जा को एक व्यवहार्य विकल्प के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।