कफ सिरप माफिया पर शिकंजा: लुकआउट नोटिस जारी, सरगना के परिवार और करीबियों की 40 करोड़ की संपत्ति होगी कुर्क
वाराणसी में ₹2000 करोड़ की कफ सिरप तस्करी मामले में एसआईटी ने बड़ा खुलासा किया है। सरगना शुभम जायसवाल और उसके करीबियों की करीब ₹40 करोड़ की अवैध संपत्ति चिन्हित की गई है। संपत्ति जब्ती और बुलडोजर कार्रवाई की तैयारी चल रही है।
वाराणसी: दो हजार करोड़ रुपये के कफ सिरप तस्करी कांड में बड़ी कार्रवाई की तैयारी है। मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (SIT) ने वाराणसी निवासी मुख्य सरगना शुभम जायसवाल, उसके परिवार और करीबी सहयोगियों की करीब 40 करोड़ रुपये की अवैध संपत्तियों की पहचान कर ली है। पुलिस अब इन संपत्तियों को जब्त करने के साथ-साथ बुलडोजर कार्रवाई की तैयारी में जुट गई है।
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने सोमवार को बताया कि कफ सिरप तस्करी से जुड़े मामले में कोतवाली, रामनगर, रोहनिया और सारनाथ थानों में मुकदमे दर्ज हैं। जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि कफ सिरप की तस्करी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, विशेषकर बांग्लादेश तक की गई।
दुबई में छिपा सरगना, लुक-आउट नोटिस जारी
डीसीपी काशी जोन एवं SIT अध्यक्ष गौरव बंसवाल ने बताया कि शुभम जायसवाल समेत चार आरोपियों—दिवेश जायसवाल उर्फ सानू, आकाश पाठक और अमित जायसवाल के खिलाफ लुक-आउट सर्कुलर (LOC) जारी किया गया है। ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन को भेजे गए प्रस्ताव के बाद आरोपियों के विदेश भागने के सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं।
मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल फिलहाल दुबई में छिपा हुआ है, लेकिन भारत और यूएई के बीच प्रत्यर्पण संधि होने के चलते उसके लिए वहां से फरार होना आसान नहीं रहेगा।
फर्जी फर्म और मनी ट्रेल का खुलासा
SIT की जांच में सामने आया है कि दिवेश जायसवाल तस्करी से जुड़ी दवा फर्मों के बैंक खातों का संचालन करता था, जबकि आकाश पाठक और अमित जायसवाल फर्जी कंपनियां खड़ी कर तस्करी नेटवर्क को मजबूत करते थे। पुलिस ने मनी ट्रेल के आधार पर अवैध कमाई से खड़ी की गई संपत्तियों को चिह्नित किया है।
जल्द होगी बड़ी कार्रवाई
पुलिस सूत्रों के अनुसार, जब्ती और ध्वस्तीकरण की कार्रवाई जल्द ही शुरू की जाएगी। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा और पूरी तस्करी श्रृंखला को कानून के शिकंजे में लाया जाएगा।