जाम से परेशान वाराणसी को मिलेगी राहत, नगर निगम का बड़ा एक्शन प्लान
वाराणसी में बढ़ते ट्रैफिक जाम से राहत के लिए नगर निगम ने बड़ा फैसला लिया है। नगर आयुक्त के निर्देश पर कॉलोनियों के बंद गेट तय समय पर खोले जाएंगे। यह व्यवस्था चरणबद्ध रूप से लागू होगी, जिससे वैकल्पिक मार्ग खुलेंगे और यातायात सुचारू होगा।
वाराणसी: शहर में लगातार बिगड़ती यातायात व्यवस्था और घंटों लगने वाले जाम को लेकर नगर निगम ने सख्त और अहम फैसला लिया है। नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल ने निर्देश जारी करते हुए कहा है कि शहर की कॉलोनियों द्वारा लगाए गए बंद गेट अब निर्धारित समय के अनुसार खोले जाएंगे। यह व्यवस्था चरणबद्ध तरीके से पूरे वाराणसी में लागू की जाएगी, ताकि ट्रैफिक का दबाव कम हो और आम नागरिकों को जाम से राहत मिल सके।
यह निर्णय अपर पुलिस उपायुक्त (यातायात) की रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है। रिपोर्ट में बताया गया कि भोजूबीर, अर्दली बाजार, महावीर मंदिर जैसे अत्यधिक व्यस्त क्षेत्रों में जाम का मुख्य कारण कॉलोनियों के अंदरूनी रास्तों का बंद होना है। पहले ये रास्ते वैकल्पिक मार्ग के रूप में इस्तेमाल होते थे, लेकिन गेट बंद होने से मुख्य सड़कों पर वाहनों का दबाव बढ़ गया है।
पहले चरण में इन कॉलोनियों में लागू होगी व्यवस्था
नगर निगम ने प्रथम चरण में टैगोर टाउन, भुवनेश्वर नगर और विन्ध्यवासिनी नगर को चिन्हित किया है। इन कॉलोनियों में तय समय पर गेट खोलकर व्यवस्था के प्रभाव का आकलन किया जाएगा। सफल रहने पर अन्य कॉलोनियों को भी चरणबद्ध तरीके से इस योजना में शामिल किया जाएगा।
सुरक्षा से कोई समझौता नहीं
नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि कॉलोनियों के गेट खोलने से सुरक्षा व्यवस्था प्रभावित नहीं होगी। प्रमुख मार्गों पर निगरानी बढ़ाई जाएगी और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम किए जाएंगे। यातायात सुधार के साथ-साथ नागरिकों की सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।
गेट खुलने का समय तय
• भारी यातायात वाले क्षेत्र: सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक
• सामान्य यातायात वाले क्षेत्र: सुबह 10 बजे से रात 8 बजे तक
जोनल अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि कॉलोनीवासियों और उनके प्रतिनिधियों से संवाद स्थापित कर व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू कराया जाए। नगर आयुक्त हिमांशु नागपाल ने कहा कि यह फैसला पूरी तरह जनहित में लिया गया है और इससे वाराणसी में जाम की समस्या में उल्लेखनीय कमी आने की उम्मीद है।