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10 महीने में 8 युद्ध खत्म! ट्रंप का बड़ा दावा, बोले- टैरिफ है मेरा सबसे ताकतवर हथियार

 
New Delhi : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में हैं। देश को संबोधित करते हुए ट्रंप ने दावा किया कि उनके फैसलों और नीतियों के कारण दुनिया में कई बड़े टकराव खत्म हुए हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ दस महीनों के भीतर आठ युद्धों को समाप्त कराया गया और इसके पीछे उनकी टैरिफ नीति सबसे बड़ी ताकत रही।
टैरिफ को बताया सबसे मजबूत हथियार
79 वर्षीय ट्रंप ने कहा कि टैरिफ न केवल अमेरिका की आर्थिक शक्ति का प्रतीक है, बल्कि वैश्विक स्तर पर दबाव बनाने का भी प्रभावी जरिया रहा है। उन्होंने दोहराया कि “टैरिफ” उनका सबसे पसंदीदा शब्द है और यही उनकी राजनीति की पहचान बन चुका है।
2026 एजेंडे में गिनाईं उपलब्धियां
अपने 2026 के एजेंडे से जुड़े भाषण में ट्रंप ने कहा कि उन्होंने अमेरिका की ताकत को फिर से स्थापित किया है। उनके मुताबिक ईरान से जुड़े परमाणु खतरे को समाप्त किया गया, गाजा में चल रहे संघर्ष को रोका गया और वहां शांति का माहौल बनाया गया। ट्रंप ने यह भी दावा किया कि इस दौरान बंधकों की रिहाई सुनिश्चित की गई, चाहे वे जीवित हों या मृत। ट्रंप के इन दावों के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहस शुरू हो गई है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि राष्ट्रपति ने अपनी उपलब्धियों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है और जमीनी हकीकत इससे अलग है।
महंगाई पर चुप्पी, टैरिफ से कमाई पर जोर
अमेरिका में बढ़ती महंगाई और आयातित वस्तुओं की कीमतों में इजाफे के बावजूद ट्रंप ने इन मुद्दों पर ज्यादा चर्चा नहीं की। उन्होंने कहा कि टैरिफ से अमेरिका को उम्मीद से कहीं ज्यादा राजस्व मिला और इससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली। साथ ही रिपब्लिकन पार्टी के टैक्स कटौती कानूनों को जनता और कारोबार के लिए फायदेमंद बताया।
कई देशों पर लगाया गया टैरिफ
ट्रंप प्रशासन के दौरान कनाडा, मैक्सिको, ब्राजील और भारत समेत कई देशों पर टैरिफ लगाए गए। ट्रंप का कहना है कि इससे अमेरिकी उद्योगों को संरक्षण मिला और रोजगार के अवसर बढ़े। हालांकि आलोचकों का आरोप है कि इन नीतियों से वैश्विक व्यापार में तनाव बढ़ा और आम लोगों पर महंगाई का बोझ पड़ा।
लोकप्रियता में गिरावट के बावजूद आक्रामक रुख
हालिया सर्वे में ट्रंप की आर्थिक नीतियों को लेकर जनता की संतुष्टि कम बताई गई है। इसके बावजूद राष्ट्रपति ने अपने भाषण में इस मुद्दे पर कोई सफाई नहीं दी और अपने फैसलों का बचाव करते रहे।
बाइडेन और हैरिस पर साधा निशाना
अपने संबोधन में ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस पर भी गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सत्ता संभालते वक्त देश की हालत खराब थी और मौजूदा समस्याएं पिछली डेमोक्रेट सरकार की देन हैं। ट्रंप ने आव्रजन, महंगाई और सामाजिक मुद्दों के लिए पूर्व सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि वह अब हालात सुधारने में जुटे हैं।