अमेरिकी दूतावास की वीजा आवेदकों को सख्त सलाह: रीशेड्यूल अपॉइंटमेंट पर ही आएं, H-1B धारकों की बढ़ीं मुश्किलें
Dec 10, 2025, 11:18 IST
New Delhi : भारत में अमेरिकी दूतावास ने वीजा आवेदकों के लिए एक अहम और सख्त सलाह जारी की है। दूतावास ने स्पष्ट किया है कि जिन आवेदकों को वीजा इंटरव्यू की तारीख रीशेड्यूल होने की सूचना मिल चुकी है, वे अपनी पुरानी तय तारीख पर दूतावास या वाणिज्य दूतावास न आएं। ऐसा करने पर उन्हें परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा और सीधे वापस लौटा दिया जाएगा। अमेरिकी दूतावास के मुताबिक, वीजा इंटरव्यू की तारीखें अब सीधे मार्च 2026 तक पोस्टपोन्ड कर दी गई हैं, जिससे आवेदकों को 3–4 महीने का अतिरिक्त इंतजार करना पड़ेगा।
X पर दी गई आधिकारिक जानकारी
दूतावास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “यदि आपको ई-मेल के जरिए यह सूचना मिल चुकी है कि आपका वीजा अपॉइंटमेंट रीशेड्यूल कर दिया गया है, तो मिशन इंडिया आपकी नई अपॉइंटमेंट तारीख पर आपकी सहायता के लिए तैयार है। पुरानी अपॉइंटमेंट डेट पर आने वाले आवेदकों को दूतावास या वाणिज्य दूतावास में प्रवेश नहीं मिलेगा।”
सोशल मीडिया अकाउंट की होगी सख्त जांच
अमेरिका ने वीजा प्रक्रिया में एक नया नियम लागू किया है। अब H-1B और H-4 वीजा के लिए आवेदन करने वाले सभी लोगों के फेसबुक, इंस्टाग्राम, ट्विटर (X), लिंक्डइन, स्नैपचैट सहित सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स की गहन जांच की जाएगी। यह प्रक्रिया 15 दिसंबर 2025 से लागू होगी। दूतावास के अनुसार, इस विस्तृत जांच में अधिक समय लगने के कारण दिसंबर महीने के अधिकांश इंटरव्यू नहीं हो पा रहे हैं और इसी वजह से अपॉइंटमेंट्स को आगे खिसकाया गया है।
प्राइवेसी सेटिंग ‘पब्लिक’ करना अनिवार्य
अमेरिकी दूतावास ने चेतावनी दी है कि जिन आवेदकों का वीजा इंटरव्यू होना है, उन्हें अपने सभी सोशल मीडिया अकाउंट्स की प्राइवेसी सेटिंग ‘पब्लिक’ करनी होगी। पोस्ट, फोटो, स्टोरी या कमेंट—कुछ भी प्राइवेट रहने पर इंटरव्यू में समस्या आ सकती है।
भारतीय H-1B आवेदकों पर सबसे ज्यादा असर
हालांकि यह नियम सभी देशों के नागरिकों पर लागू है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा असर भारतीयों पर पड़ रहा है। हर साल जारी होने वाले H-1B वीजा में से लगभग 70–75 प्रतिशत भारतीयों को ही मिलते हैं।
इससे पहले भी ट्रंप प्रशासन ने नया H-1B वीजा लेने पर 1 लाख डॉलर (करीब 85 लाख रुपये) का अतिरिक्त शुल्क लगाया था और कई मामलों में ग्रीन कार्ड व नागरिकता के आवेदन रोके गए थे। अब सोशल मीडिया जांच और इंटरव्यू टलने से भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स के लिए अमेरिका जाना और अधिक चुनौतीपूर्ण हो गया है।