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बिहार के सीतामढ़ी में HIV के 7400 मामले, जानें HIV संक्रमण के शुरुआती लक्षण...

 

बिहार के सीतामढ़ी जिले से एक बेहद चिंताजनक खबर सामने आई है। पिछले 13 सालों (2012 से 2025 तक) में जिले में कुल 7,400 लोग HIV पॉजिटिव पाए गए हैं। वहीं पूरे बिहार राज्य की बात करें तो वर्तमान में HIV पॉजिटिव मरीजों की कुल संख्या 97,046 तक पहुंच चुकी है। ये आंकड़े राज्य में HIV संक्रमण की गंभीर स्थिति को दर्शाते हैं और तत्काल जागरूकता व रोकथाम के कदम उठाने की जरूरत को रेखांकित करते हैं।

HIV और AIDS क्या है?

HIV (ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस) एक वायरस है जो मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है। जब यह वायरस बहुत आगे बढ़ जाता है तो स्थिति AIDS (एक्वायर्ड इम्यूनो डेफिशिएंसी सिंड्रोम) बन जाती है। HIV पूरी तरह ठीक नहीं होता, लेकिन ART (एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी) से इसे नियंत्रित रखा जा सकता है और मरीज सामान्य जीवन जी सकता है।

HIV संक्रमण के शुरुआती लक्षण

संक्रमण के 2-4 हफ्ते बाद फ्लू जैसे लक्षण दिख सकते हैं:
- तेज बुखार
- सिर दर्द और गले में खराश
- शरीर पर लाल चकत्ते (रैशेज)
- मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द
- लिम्फ नोड्स में सूजन (खासकर गले में)
- दस्त, उल्टी और अचानक वजन घटना
- रात में पसीना आना, लगातार थकान

HIV कैसे फैलता है?
- असुरक्षित यौन संबंध (बिना कंडोम के)
- संक्रमित सुई या सीरिंज का इस्तेमाल
- संक्रमित खून चढ़ाने से
- HIV पॉजिटिव मां से गर्भावस्था, प्रसव या स्तनपान के दौरान बच्चे में
- ओरल सेक्स (कम जोखिम लेकिन संभव)

इन तरीकों से HIV नहीं फैलता
- हाथ मिलाने, गले लगने या किस करने से
- एक साथ खाना-पीना या बर्तन साझा करने से
- खांसने-छींकने से
- मच्छर या कीड़े के काटने से
- एक ही शौचालय या स्विमिंग पूल इस्तेमाल करने से

क्या HIV पॉजिटिव व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकते हैं?

हां, बिल्कुल! अगर समय पर जांच कराकर नियमित ART दवा शुरू कर दी जाए तो:
- वायरस की मात्रा शरीर में इतनी कम हो जाती है कि वह दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता (U=U: Undetectable = Untransmittable)
- व्यक्ति लंबी और स्वस्थ जिंदगी जी सकता है
- शादी, बच्चे और नौकरी सब संभव है

बिहार में बढ़ते HIV केस चिंता का विषय हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जागरूकता की कमी, असुरक्षित यौन संबंध और नशीले पदार्थों की सुई का साझा उपयोग मुख्य कारण हैं। सरकार और सामाजिक संगठनों को मिलकर बड़े स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने और मुफ्त जांच-इलाज की सुविधा बढ़ाने की जरूरत है।

अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए आज ही नजदीकी सरकारी अस्पताल या ICTC सेंटर में मुफ्त HIV जांच करवाएं। याद रखें – जांच गोपनीय होती है और समय पर इलाज जीवन बचा सकता है।