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अब UP में मिलेगा दिल्ली जैसा इलाज, राष्ट्रपति ने गाजियाबाद में किया Yashoda Medicity का उद्घाटन

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गाजियाबाद के इंदिरापुरम में यशोदा मेडिसिटी का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह अस्पताल प्रदेश में वर्ल्ड क्लास हेल्थकेयर की नई परिभाषा बनेगा। तीन वर्षों में तैयार इस प्रोजेक्ट ने 5000 से अधिक लोगों को रोजगार दिया है।

 

Yashoda Medicity Inaugurated: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने रविवार को गाजियाबाद के इंदिरापुरम में यशोदा मेडिसिटी का उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने संस्थान के आधुनिक स्वास्थ्य ढांचे (modern health infrastructure) और जनसेवा की भावना की सराहना की। लोकार्पण समारोह में मौजूद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब प्रदेश के लोगों को इलाज के लिए दिल्ली के अस्पतालों में भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा, यह सिर्फ एक अस्पताल नहीं, बल्कि वर्ल्ड क्लास हेल्थकेयर की नई परिभाषा है। यहां प्रदेश के हर नागरिक को आधुनिक और गुणवत्तापूर्ण इलाज एक ही छत के नीचे मिलेगा।
 


तीन साल में खड़ा हुआ हेल्थकेयर

मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि साल 2022 में उत्तर प्रदेश में आयोजित थर्ड ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी के दौरान डॉक्टर पी.एन. अरोड़ा ने इन्वेस्ट यूपी के साथ एमओयू किया था। उन्होंने वादा किया था कि गाजियाबाद में ‘यशोदा मेडिसिटी’ नाम से एक अत्याधुनिक अस्पताल बनाया जाएगा, जिसमें सभी सुपर स्पेशलिटी सुविधाएं और कैंसर के इलाज के लिए विश्वस्तरीय तकनीक मौजूद होगी।

सीएम ने कहा- 'तीन साल पहले यह सिर्फ एक सपना था, लेकिन आज यह साकार हो चुका है। यह न केवल स्वास्थ्य सेवा का विस्तार है, बल्कि निवेश और रोजगार का बड़ा माध्यम भी है।'



5000 से अधिक लोगों को मिला रोजगार

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस अस्पताल में डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारियों सहित 5000 से अधिक लोगों को रोजगार मिला है। उन्होंने कहा, 'यशोदा मेडिसिटी दिखाता है कि उत्तर प्रदेश में अब निवेश का माहौल कितना अनुकूल हुआ है। तीन वर्षों में इतनी बड़ी परियोजना का पूरा होना, राज्य की क्षमता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है।'

42 नए मेडिकल कॉलेज और 2 AIMS

सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने हेल्थ सेक्टर में ऐतिहासिक सुधार किए हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश में अब तक 42 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जा चुके हैं, जबकि गोरखपुर और रायबरेली में दो एम्स सफलतापूर्वक संचालित हो रहे हैं। उन्होंने कहा- 'डबल इंजन सरकार का उद्देश्य हर नागरिक को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना है और हेल्थ सेक्टर में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बढ़ाना है।'

मुख्यमंत्री ने भारतीय दर्शन का उल्लेख करते हुए कहा, शरीरं माध्यमं खलु धर्मसाधनम्'—जीवन के सभी उद्देश्यों की पूर्ति एक स्वस्थ शरीर से ही संभव है। उन्होंने कहा कि यशोदा मेडिसिटी इस सोच का साकार रूप है, जहां कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए अत्याधुनिक सुविधाएं अब उत्तर प्रदेश में ही उपलब्ध होंगी। निवेश, सेवा और विश्वास का संगम है यशोदा मेडिसिटी

मुख्यमंत्री ने कहा कि यशोदा मेडिसिटी सिर्फ अस्पताल नहीं, बल्कि एक ऐसा प्रोजेक्ट है जो सेवा, रोजगार और विकास तीनों को जोड़ता है। उन्होंने कहा यह अस्पताल उत्तर प्रदेश की नई सोच का प्रतीक है, जहां हेल्थकेयर सिर्फ इलाज नहीं बल्कि निवेश, नवाचार और रोजगार का अवसर बन रहा है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य सुविधाओं में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यूपी अब बीमारियों से नहीं, बल्कि नई हेल्थकेयर क्रांति से जाना जाएगा। डबल इंजन सरकार का संकल्प है हर नागरिक को उत्तम स्वास्थ्य सुविधा मिले और किसी को इलाज के लिए दिल्ली न जाना पड़े।

इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल, यशोदा मेडिसिटी के अध्यक्ष और एमडी डॉ पीएन अरोड़ा और डॉ उपासना अरोड़ा मौजूद रहीं।