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चक्रवाती तूफान 'मोंथा' आंध्र तट पर आज शाम या रात को दस्तक देगा, रेड अलर्ट जारी

 

विशाखापत्तनम I बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान 'मोंथा' तेजी से आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहा है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, यह तूफान मंगलवार शाम या रात तक मछलीपत्तनम और कलिंगपत्तनम के बीच काकीनाडा के आसपास आंध्र प्रदेश के तट को पार कर सकता है। सुबह साढ़े पांच बजे तक यह एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो चुका है, जिसमें हवाओं की गति 90-100 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच सकती है, जो 110 किमी/घंटा तक के झोंकों के साथ होगी।

आईएमडी के बुलेटिन के मुताबिक, तूफान पिछले छह घंटों में 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ा है। सुबह 5:30 बजे (आईएसटी) यह मछलीपत्तनम से 190 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व, काकीनाडा से 270 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व तथा विशाखापत्तनम से 340 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित था।

विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि तूफान के प्रभाव से आंध्र प्रदेश के कई जिलों में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है, जो 27 से 29 अक्टूबर तक जारी रहेगी।आंध्र प्रदेश में हाई अलर्ट, भारी बारिश और तेज हवाओं का अनुमानआंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में तूफान का असर शुरू हो चुका है। अगले तीन घंटों में अनकापल्ली, काकीनाडा, कोनासीमा, श्रीकाकुलम, नेल्लोर, तिरुपति, विशाखापत्तनम, विजयनगरम और पश्चिम गोदावरी जिलों में 40 किमी/घंटा की तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने लोगों को घरों में रहने और बाहर न निकलने की सलाह दी है।

उन्होंने कहा कि सोमवार को काकीनाडा, कोनासीमा, पश्चिम गोदावरी, कृष्णा, बापटला, प्रकाशम और नेल्लोर में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। श्रीकाकुलम, विजयनगरम, पार्वतीपुरम मन्यम, अल्लूरी सीतारामाराजू, विशाखापत्तनम और अनकापल्ली में भी भारी वर्षा का अनुमान है, जबकि पूर्वी गोदावरी, एलुरु, एनटीआर, गुंटूर, पलनाडु, चित्तूर और तिरुपति में समान मौसम रह सकता है।

मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने सभी जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर तैयारी की समीक्षा की। उन्होंने श्रीकाकुलम से तिरुपति तक के इलाकों में 100 मिमी तक बारिश और 110 किमी/घंटा की हवाओं की चेतावनी दी। राज्य में 233 मंडलों, 1,419 गांवों और 44 नगर पालिकाओं पर तूफान का असर पड़ सकता है। 2,194 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं और जरूरी वस्तुओं का स्टॉक सुनिश्चित किया गया है। नेल्लोर जिले में पहले ही कई परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है।

पश्चिम बंगाल, ओडिशा और तमिलनाडु में भी भारी वर्षा की चेतावनीतूफान का असर पश्चिम बंगाल तक फैल चुका है। आईएमडी ने मंगलवार से शुक्रवार तक दार्जिलिंग, कालिम्पोंग और जलपाईगुड़ी में बहुत भारी वर्षा तथा दक्षिण बंगाल के जिलों में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान जताया है। ओडिशा के मलकागिरी, कोरापुट, नबरंगपुर, गजपति, गंजम, कालाहांडी और कंधमाल जैसे जिलों में रेड अलर्ट जारी है। यहां भारी बारिश के कारण 3,000 से अधिक लोगों को निकाला गया है I