आतंकवाद के मुद्दे पर भारत-इजरायल आए साथ, जयशंकर और गिदोन सार की बैठक ने बढ़ाई पाकिस्तान की टेंशन!
New Delhi : इज़राइल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने भारत में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर के साथ मंगलवार को हुई बैठक के दौरान पहलगाम हमले की तीव्र निंदा की और आतंकवाद के विरुद्ध वैश्विक नीति बनाने में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया। सार ने कहा कि उनके इलाके में गाज़ा, लेबनान व यमन में सक्रिय कट्टर समूहों ने एक अलग चुनौती खड़ी कर दी है और उन्हें उखाड़ फेंकना ज़रूरी है।
सार ने बैठक में यह भी कहा कि वे हमास जैसे संगठनों को “निष्प्रभावी” करने और गाज़ा को विसैन्यीकृत करने के इरादे पर डटे हुए हैं। उनके अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपती डोनाल्ड ट्रंप की शांति योजना इसी लक्ष्य के केंद्र में है और इसे लागू करने में कोई समझौता स्वीकार्य नहीं होगा।
भारत ने बैठक में गाज़ा शांति योजना के प्रति आशा व्यक्त की और बंधकों की रिहाई व मारे गए व्यक्तियों की अवशेष-वापसी की प्रक्रिया का स्वागत किया। डॉ. जयशंकर ने कहा कि भारत घटनाक्रमों पर नज़दीक से निगरानी रखे हुए है और आशा करता है कि योजना क्षेत्र में स्थायी शांति के मार्ग प्रशस्त करेगी।
बैठक में इंडिया-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारा (IMCE) पर भी चर्चा हुई, जिसमें क्षेत्रीय कनेक्टिविटी, बुनियादी ढांचे और व्यापार सहयोग के अवसरों की खोज पर विचार-विमर्श किया गया। दोनों पक्षों ने रणनीतिक साझेदारी को दीर्घकालिक बनाने के इरादे जताए और अगले कुछ महीनों में इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की भारत यात्रा की संभावना पर भी विचार होने की बात कही गई।
डॉ. जयशंकर और सार की यह वार्ता सुरक्षा, कूटनीति और आर्थिक कनेक्टिविटी के मिश्रित एजेंडा पर केंद्रित रही, जिसमें आतंकवाद विरोधी समन्वय और क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने के उपाय प्रमुख रहे।