जम्मू-कश्मीर विवाद पर पाकिस्तान को रूस से मिली करारी झटका, तीसरे पक्ष का दखल अस्वीकार्य
New Delhi : पाकिस्तान की कश्मीर पर विवादित बयानबाजी और अंतरराष्ट्रीय दखल की कोशिशों को रूस ने एक बार फिर झटका दिया है। पाकिस्तानी चैनल के कार्यक्रम में रूस के राजदूत अल्बर्ट खोरेव ने स्पष्ट किया कि कश्मीर विवाद का समाधान केवल भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय बातचीत से ही संभव है, और किसी तीसरे पक्ष का हस्तक्षेप इस मसले को और जटिल बना सकता है।
रूस ने पाकिस्तान के एंकर के सवाल पर जवाब देते हुए कहा कि भारत का पक्ष स्पष्ट है और वह कश्मीर मुद्दे पर किसी भी तीसरे देश के हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं करता। उन्होंने यह भी जोड़ा कि रूस भारत का दोस्त है और इस मुद्दे पर निष्पक्ष भूमिका निभाएगा।
भारत का रुख भी स्पष्ट है कि जम्मू-कश्मीर उसका अभिन्न हिस्सा है और अंतरराष्ट्रीय मंच पर अब इस पर बहस नहीं होगी। पाकिस्तान केवल पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) के मसले पर ही चर्चा कर सकता है।
साल 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके स्थित आतंकवादी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी नष्ट हुए। पाकिस्तान ने चीन और तुर्की की मदद लेने की कोशिश की, लेकिन सभी प्रयास असफल रहे। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत से सीजफायर की मांग की।