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इंडिगो संकट के बीच PM मोदी का बयान: नियम सिस्टम सुधारने के लिए, जनता को परेशान करने के लिए नहीं

 

नई दिल्ली I इंडिगो एयरलाइंस के जारी परिचालन संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कहा है कि कोई भी नियम-कानून जनता को परेशान करने के लिए नहीं होना चाहिए। एनडीए संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने यह टिप्पणी की, जिसकी जानकारी केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने मीडिया को दी।

रिजिजू के अनुसार, पीएम मोदी ने बैठक में सभी सांसदों को निर्देश देते हुए कहा कि कानून और नियम अच्छे हैं, लेकिन वे सिस्टम को मजबूत बनाने और लोगों की जिंदगी आसान करने के लिए होने चाहिए, न कि आम नागरिकों को मुश्किल में डालने के लिए। पीएम ने जोर दिया कि किसी भी नीति या नियम का सीधा असर आम आदमी पर पड़ता है, इसलिए उनमें संवेदनशीलता जरूरी है।

यह बयान ऐसे समय में आया है जब इंडिगो की सैकड़ों उड़ानें रद्द हो रही हैं और हजारों यात्री एयरपोर्ट पर घंटों फंसे हुए हैं। नए पायलट ड्यूटी नियमों (FDTL) के सख्त पालन के कारण एयरलाइन को क्रू की कमी का सामना करना पड़ रहा है, जिससे दिसंबर की शुरुआत से ही बड़े पैमाने पर अव्यवस्था फैली हुई है। सरकार ने इंडिगो के शेड्यूल में कटौती करने और अन्य एयरलाइंस को स्लॉट देने का फैसला लिया है, साथ ही यात्रियों की शिकायतों पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है।

रिजिजू ने बताया कि पीएम मोदी ने इंडिगो संकट का जिक्र करते हुए अधिकारियों को तत्काल राहत措施 सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यात्रियों की परेशानी को कम करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। बैठक में बिहार चुनाव में एनडीए की जीत पर पीएम को बधाई भी दी गई।