गणतंत्र दिवस समारोह में UP की 14 ‘लखपति दीदियां’ होंगी शामिल, विशेष अतिथि के रूप में करेंगी प्रतिभाग
लखनऊ। गणतंत्र दिवस के अवसर पर नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित होने वाली परेड में उत्तर प्रदेश की 14 ‘लखपति दीदियां’ विशेष अतिथि के रूप में शामिल होंगी। ये सभी महिलाएं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के तहत स्वयं सहायता समूहों से जुड़कर आत्मनिर्भर बनी हैं और आज ग्रामीण महिला सशक्तिकरण की प्रेरणादायी मिसाल बन चुकी हैं।
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक मजबूती से ही ‘विकसित भारत’ का संकल्प साकार होगा। महिला सशक्तिकरण के जरिए आत्मनिर्भर गांव और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण संभव है। उन्होंने ‘लखपति दीदी अभियान’ को गांव-गांव समृद्धि पहुंचाने वाला कदम बताया, जिससे महिलाओं को सम्मान और आत्मविश्वास दोनों मिल रहा है।
यूपी की महिलाओं को राष्ट्रीय मंच पर सम्मान
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं का विशेष अतिथि के रूप में चयन उत्तर प्रदेश के लिए गौरव की बात है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारत सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि दीदियों की दिल्ली यात्रा और ठहराव से जुड़ी सभी व्यवस्थाएं समय से सुनिश्चित की जाएं।
बिजनौर की ऋतु और सुमन बनेंगी प्रेरणा
इन 14 लखपति दीदियों में बिजनौर जिले की ऋतु हलदर और सुमन रानी भी शामिल हैं। दोनों महिलाएं अपने जिले के स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों के साथ-साथ पारंपरिक वुड क्राफ्ट भी दिल्ली ले जाएंगी। कभी आर्थिक तंगी और पारिवारिक कठिनाइयों से जूझ रहीं ये महिलाएं आज सफल महिला उद्यमी हैं और ‘लखपति दीदी क्लब’ का हिस्सा बन चुकी हैं।
संघर्ष से सफलता तक का सफर
सुमन रानी, ग्राम अब्दुल्लापुर (ब्लॉक–हलदौर) की निवासी हैं। बीए तक शिक्षित सुमन ने स्वयं सहायता समूह से जुड़कर बचत की शुरुआत की और सीएलएफ योजना के तहत लेखाकार के रूप में कार्य किया। आज वे ‘विदुर कैफे’ का सफल संचालन कर प्रतिदिन 3 से 4 हजार रुपये की आय अर्जित कर रही हैं।
वहीं ग्राम घासीवाला (ब्लॉक–मोहम्मदपुर देवमल) की ऋतु हलदर ने भी स्वयं सहायता समूह से जुड़कर नेतृत्व की भूमिका निभाई। 12वीं पास ऋतु वर्तमान में बीए की पढ़ाई कर रही हैं और अपनी सहयोगी के साथ ‘विदुर कैफे’ चला रही हैं। वे भी प्रतिदिन 3 से 4 हजार रुपये की कमाई कर अपने परिवार को संबल दे रही हैं।
‘लोकल फॉर वोकल’ की सशक्त मिसाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘लोकल फॉर वोकल’ अभियान को आगे बढ़ाते हुए ऋतु और सुमन जैसी महिलाएं न केवल आत्मनिर्भर बनी हैं, बल्कि अन्य ग्रामीण महिलाओं के लिए भी प्रेरणा बन रही हैं। ग्रामीण आजीविका मिशन के अनुसार, ये दीदियां गणतंत्र दिवस से दो दिन पहले नई दिल्ली के लिए रवाना होंगी और राष्ट्रीय मंच पर उत्तर प्रदेश की महिला शक्ति का प्रतिनिधित्व करेंगी।