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काशी-मथुरा-अयोध्या में भारी भीड़, नए साल से पहले उमड़ा भक्तों का सैलाब

नए साल से पहले काशी, मथुरा और अयोध्या में भारी भीड़ उमड़ी। काशी विश्वनाथ, बांके बिहारी और रामलला मंदिरों पर लंबी कतारें लगीं। प्रशासन ने स्पर्श-दर्शन रोक, प्रवेश सीमित, यातायात प्रतिबंध और अतिरिक्त सुरक्षा की व्यवस्था की। श्रद्धालुओं से यात्रा टालने, धैर्य और सहयोग की अपील भी है।

 

Lucknow : नए साल के स्वागत से पहले काशी, मथुरा और अयोध्या में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। लाखों भक्तों की लगातार आवक से हालात महाकुंभ जैसे बन गए हैं। काशी विश्वनाथ, बांके बिहारी और रामलला मंदिर के बाहर 2 किलोमीटर तक लंबी कतारें लगी हुई हैं। प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं।

वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम में सोमवार को करीब तीन लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। पिछले एक सप्ताह में यहां 20 लाख से अधिक भक्त पहुंच चुके हैं। भीड़ को देखते हुए मंदिर परिसर में चार गेट से एंट्री दी जा रही है। स्पर्श-दर्शन पर रोक लगाई गई है और गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया गया है। धाम के 2 किमी के दायरे में वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। गोदौलिया और मंदिर क्षेत्र में पैरामिलिट्री फोर्स तैनात है।

मथुरा-वृंदावन में भीड़ का दबाव और बढ़ गया है। शहर की गलियों में कदम रखने की जगह नहीं बची। बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं को बैच-वाइज प्रवेश कराया जा रहा है, ताकि अंदर अत्यधिक भीड़ न जमा हो। मंदिर प्रबंधन ने 29 दिसंबर से 5 जनवरी तक श्रद्धालुओं से वृंदावन यात्रा टालने की अपील की है।

वहीं अयोध्या में राम मंदिर और हनुमानगढ़ी के आसपास डेढ़ लाख से अधिक भक्त मौजूद हैं। रामलला के दर्शन के लिए परिवारों और बच्चों में खासा उत्साह देखा गया, जय-श्रीराम के जयकारे गूंजते रहे। मंदिर मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।

प्रशासन का कहना है कि भीड़ नियंत्रित और सुरक्षित ढंग से दर्शन सुनिश्चित करने के लिए लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है। श्रद्धालुओं से धैर्य रखने और व्यवस्था में सहयोग की अपील की गई है।