बाथरूम में गीजर गैस से दम घुटने पर पति पत्नी की दर्दनाक मौत, नहाते समय हुआ हादसा
पीलीभीत। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां शहर कोतवाली क्षेत्र के गुरुकुल पुरम (गुरुकुल धाम कॉलोनी) में बंद बाथरूम में गैस गीजर चलाने से ऑक्सीजन की कमी हो गई और एक दंपति की दम घुटने से मौत हो गई। मृतकों की पहचान डीआरडीए (जिला ग्रामीण विकास अभिकरण) में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हरजिंदर सिंह (42 वर्ष) और उनकी पत्नी रेनू सक्सेना (40 वर्ष) के रूप में हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी दम घुटने से मौत की पुष्टि हुई है।
घटना रविवार (21 दिसंबर 2025) देर रात की है। दोनों करीब एक साल से गुरुकुल पुरम कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहे थे। हरजिंदर मूल रूप से सुभाष नगर क्षेत्र के रहने वाले थे। पड़ोसियों के अनुसार, करीब एक माह पहले रेनू सक्सेना का एक हाथ सड़क हादसे में टूट गया था और प्लास्टर हाल ही में हटाया गया था, जिससे वह हाथ कमजोर था। आशंका है कि रेनू नहाने गईं और पति हरजिंदर उनकी मदद करने (नहलाने) के लिए बाथरूम में गए। बाथरूम में वेंटिलेशन की कमी और गैस गीजर चलने से ऑक्सीजन कम हो गई, जिससे पहले रेनू बेहोश हुईं और पति उन्हें बचाने की कोशिश में खुद भी चपेट में आ गए। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।
बाथरूम में रेनू के बाल गीले थे और शरीर पर कपड़े नहीं थे, जबकि हरजिंदर पूरी तरह कपड़े और जूते पहने हुए थे। बाथरूम से गैस की दुर्गंध आ रही थी। पड़ोसियों ने शाम को छत पर कपड़े देखे और दोनों को फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद लोग इकट्ठा हुए और मुख्य दरवाजा खुला होने पर भी अंदर कोई हलचल न देख बाथरूम के पास जाकर शव देखे। सूचना पर कोतवाल सत्येंद्र कुमार फोर्स के साथ पहुंचे और फॉरेंसिक टीम की मदद से बाथरूम का दरवाजा तोड़ा। एएसपी विक्रम दहिया और सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी ने भी मौके पर जांच की।
पड़ोसियों का कहना है कि दोनों का करीब पांच साल पहले प्रेम विवाह हुआ था। उनके बीच अच्छा रिश्ता था, कभी झगड़ा नहीं देखा गया। कोई संतान नहीं थी—दो बार पुत्रियां हुईं, लेकिन जन्म के बाद दोनों की मौत हो गई। एक दिन पहले ही पड़ोस में बच्चे के जन्मदिन पार्टी में दोनों शामिल हुए थे। जांच में कमरे में शराब की आधी बोतल और गिलास में पैग मिला, लेकिन पड़ोसियों और परिवार ने कहा कि हरजिंदर कभी-कभी शराब पी लेते थे, इससे कोई विवाद नहीं था।
पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और मामले की जांच जारी है। यह घटना सर्दियों में गैस गीजर के सुरक्षित उपयोग की याद दिलाती है, क्योंकि बंद जगह में इसका इस्तेमाल जानलेवा साबित हो सकता है।