केशव प्रसाद मौर्य का अखिलेश यादव पर तंज, बोले : मंदिरों की सुरक्षा पर चिंता न करें, सरकार पूरी तरह सजग
Lucknow : उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव के नए साल पर मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठाए गए सवालों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। सोमवार को प्रयागराज में माघ मेले की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव को चिंता करने की जरूरत नहीं है, सरकार पूरी तरह सजग है। उन्हें अपने शासनकाल में धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को याद करना चाहिए।
अखिलेश पर कसा तंज, युवाओं की बदलती सोच को सराहा
अखिलेश यादव ने नए साल के मौके पर प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में उमड़ी भीड़ को लेकर सुरक्षा पर चिंता जताई थी। जवाब में मौर्य ने तंज कसते हुए कहा कि अब भारतीय संस्कृति के प्रति, विशेषकर युवाओं में, जागृत हुआ भाव बीजेपी सरकार का परिणाम है। पहले नए साल में गोवा जाकर अश्लीलता में समय बिताने वाले लोग अब परिवार के साथ धार्मिक स्थलों का रुख कर रहे हैं। यह युवाओं की सोच में स्वागतयोग्य परिवर्तन है।
SIR पर बोले: 2.89 करोड़ फर्जी वोटर हटाए गए
विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान को लेकर मौर्य ने कहा कि मतदाता सूची से करीब 2.89 करोड़ नाम हटाए गए हैं, क्योंकि इतने मतदाताओं के फॉर्म वापस नहीं आए। उन्होंने स्पष्ट किया कि बीजेपी का लक्ष्य मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध करना है, ताकि लोकतंत्र के महायज्ञ में केवल वास्तविक मतदाता ही वोट डालें। कोई घुसपैठिया वोट न करे, बूथ कैप्चरिंग न हो और मृत मतदाताओं के नाम पर वोटिंग न हो। मौर्य ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को हर बूथ पर सजग पहरेदार की भूमिका निभाने का निर्देश दिया।
प्रयागराज में माघ मेले की तैयारियों का निरीक्षण करते हुए मौर्य ने अधिकारियों को कमियों को दूर करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेले में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।
अखिलेश और मौर्य के बीच तीखी बयानबाजी
केशव प्रसाद मौर्य और अखिलेश यादव के बीच यह बयानबाजी कोई नई बात नहीं है। हाल के महीनों में मौर्य ने अखिलेश पर कई बार निशाना साधा है, जिसमें SIR अभियान, वोट चोरी के आरोप और सपा की कथित माफिया समर्थक छवि शामिल है। दूसरी ओर, अखिलेश ने बीजेपी सरकार और चुनाव आयोग पर मतदाता सूची में हेरफेर का आरोप लगाया है।
2027 के विधानसभा चुनावों से पहले उत्तर प्रदेश की सियासत में यह तकरार और तेज होने की संभावना है।