‘सनातन से ऊपर कुछ नहीं’ अयोध्या से CM योगी आदित्यनाथ ने याद दिलाया राम भक्तों का बलिदान
अयोध्या I अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ 'प्रतिष्ठा द्वादशी' के रूप में बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाई गई। इस अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन-पूजन किया तथा अन्नपूर्णा मंदिर में धर्म ध्वजा फहराई। कार्यक्रम में दोनों नेताओं ने जनता को संबोधित किया और राम मंदिर आंदोलन की ऐतिहासिकता पर प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में सनातन धर्म की सर्वोच्चता पर बल देते हुए कहा कि सनातन धर्म से ऊपर कुछ भी नहीं है। उन्होंने पिछली सरकारों पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि पहले 'जय श्री राम' बोलने पर लाठी चलती थी, अयोध्या को लहूलुहान कर दिया गया था और कुछ लोगों ने कट्टरवादी सोच से अयोध्या को युद्धभूमि बना दिया। सीएम योगी ने कहा, "जिस अयोध्या का नाम सुनते ही लगता है कि यहां कभी युद्ध नहीं हुआ, उसे कुछ लोगों ने षड्यंत्र करके लहूलुहान किया। लेकिन बजरंगबली की कृपा से कोई आतंकी यहां घुस नहीं सका।"
योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि 22 जनवरी 2024 को पीएम मोदी ने राम लला की प्राण प्रतिष्ठा कर अयोध्या से गुलामी का कलंक मिटाया। हाल ही में 25 नवंबर को पीएम मोदी ने फिर अयोध्या आकर राम मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराया। उन्होंने 2017 से पहले की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि तब अयोध्या में न बिजली थी, न पानी, न सुरक्षा और 'जय श्री राम' बोलने पर लाठी पड़ती थी। अब भारत सरकार की सबसे बड़ी योजनाओं में भी राम का नाम जुड़ गया है। सीएम ने राम भक्तों के संघर्ष को याद करते हुए कहा कि 1528 से 1992 तक हर 20 साल में राम भक्तों ने गोली-लाठी की परवाह न करते हुए लड़ाई लड़ी।
इसी कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राम मंदिर के लिए हुए आंदोलन को दुनिया का सबसे बड़ा आंदोलन करार दिया। उन्होंने कहा कि यह आंदोलन सदियों के संघर्ष का प्रतीक है और अयोध्या अब आस्था का वैश्विक केंद्र बन चुकी है।
इस अवसर पर राम मंदिर परिसर में भव्य अनुष्ठान हुए और लाखों श्रद्धालु राम लला के दर्शन के लिए उमड़े। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया पर बधाई देते हुए इसे आस्था और परंपराओं का दिव्य उत्सव बताया। अयोध्या राममय वातावरण में डूबी रही और नए साल की पूर्व संध्या पर भक्ति का सैलाब देखने को मिला।