Apprentice: अगर आप किसी कंपनी या संस्थान में अप्रेंटिसशिप कर रहे हैं या करने की योजना बना रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बड़ी राहत लेकर आई है। अब अप्रेंटिसशिप के दौरान मिलने वाली मासिक सैलरी (स्टाइपेंड) में 36% तक की बढ़ोतरी की जा रही है, जिससे लाखों युवाओं को आर्थिक मजबूती मिलेगी।
CAC की बैठक में लिया गया अहम फैसला
यह फैसला केंद्रीय अप्रेंटिसशिप परिषद (CAC) की 38वीं बैठक में लिया गया, जिसकी अध्यक्षता कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) के राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने की। बैठक में नेशनल अप्रेंटिसशिप प्रमोशन स्कीम (NAPS) और नेशनल अप्रेंटिसशिप ट्रेनिंग स्कीम (NATS) के तहत स्टाइपेंड बढ़ाने को मंजूरी दी गई।
अब कितना मिलेगा स्टाइपेंड?
अबतक Apprentice छात्रों को 5,000 से 9,000 रुपये मासिक स्टाइपेंड मिलता था, जो बढ़कर 6,800 रुपये से 12,300 रुपये प्रतिमाह हो जाएगा। इससे तकनीकी और गैर-तकनीकी दोनों तरह के छात्रों को फायदा मिलेगा।
क्यों जरूरी थी यह बढ़ोतरी?
इस फैसले का उद्देश्य केवल पैसा बढ़ाना नहीं है, बल्कि अप्रेंटिसशिप को युवाओं के लिए आकर्षक और टिकाऊ बनाना है। कम स्टाइपेंड के कारण कई छात्र बीच में ट्रेनिंग छोड़ देते थे, लेकिन अब बेहतर भुगतान मिलने से उनकी लगन और रुचि दोनों बढ़ेगी।
क्या है Apprentice?
अप्रेंटिसशिप एक ऑन-जॉब ट्रेनिंग होती है, जिसमें छात्र कंपनियों में काम करके वास्तविक अनुभव प्राप्त करते हैं। इसके तहत उन्हें फिक्स स्टाइपेंड दिया जाता है।
Apprentice के प्रमुख प्रकार:

- ट्रेड अप्रेंटिस (ITI या 10वीं पास)
- ग्रेजुएट अप्रेंटिस (स्नातक छात्र)
- टेक्नीशियन डिप्लोमा अप्रेंटिस (डिप्लोमा धारक)
- ऑप्शनल ट्रेड अप्रेंटिस (गैर-तकनीकी छात्र)
कैसे करें आवेदन?
इच्छुक छात्र नेशनल अप्रेंटिसशिप पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं:
🔗 nats.education.gov.in
रेलवे, BHEL, ONGC, SAIL, NTPC, DRDO, ISRO, HAL, BEL जैसी कई सरकारी कंपनियों में नियमित रूप से अप्रेंटिस की वैकेंसी निकलती रहती हैं। प्राइवेट कंपनियां भी अप्रेंटिसशिप के कई अवसर प्रदान करती हैं।