जौनपुर। बंगलुरु पुलिस ने आईटी प्रोफेशनल अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में कार्रवाई तेज करते हुए मृतक की पत्नी निकिता सिंघानिया और उसके दो परिवारजन को गिरफ्तार किया है। शनिवार सुबह आरोपियों को हिरासत में लेकर बंगलुरु लाया गया और अदालत में पेश किया गया। कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
गुरुग्राम और प्रयागराज से दबोचे गए आरोपी
बंगलुरु के डीसीपी (व्हाइटफील्ड डिवीजन) शिवकुमार ने बताया कि मुख्य आरोपी निकिता सिंघानिया को हरियाणा के गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया। वहीं, निकिता की मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से पकड़ा गया। तीनों को कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
मामला क्या है?
अतुल सुभाष, जो बंगलुरु में आईटी पेशेवर के तौर पर कार्यरत थे, ने शादीशुदा जीवन में तनाव और कानूनी अड़चनों से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने आत्महत्या से पहले करीब डेढ़ घंटे का वीडियो और 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उन्होंने पत्नी और उसके परिवार पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाया। उन्होंने न्यायिक व्यवस्था में भ्रष्टाचार पर भी सवाल उठाए।
मराठाहल्ली पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
अतुल के भाई विकास कुमार की शिकायत पर मराठाहल्ली पुलिस ने निकिता सिंघानिया, उनकी मां निशा सिंघानिया, भाई अनुराग सिंघानिया और चाचा सुशील सिंघानिया के खिलाफ मामला दर्ज किया था। चारों के खिलाफ आईपीसी की धारा 108 और 3(5) के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी। आरोपियों के फरार होने के बाद पुलिस ने उनका पता लगाया और गिरफ्तार किया।
सुसाइड नोट में किए गंभीर खुलासे
अतुल ने अपनी सुसाइड नोट में सामाजिक और कानूनी व्यवस्था की कमजोरियों को उजागर किया। उन्होंने बताया कि कैसे शादीशुदा जीवन में लालच, साजिश और अन्याय के चलते उन्हें इतना बड़ा कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा।

इस घटना ने सामाजिक और कानूनी प्रक्रियाओं में सुधार की आवश्यकता को उजागर किया है। पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी हुई है।