लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने संभल हिंसा और सपा प्रतिनिधिमंडल के दौरे को लेकर समाजवादी पार्टी पर कड़ा प्रहार किया है। मौर्य ने आरोप लगाया कि सपा सांसदों और विधायकों के बीच वर्चस्व की लड़ाई इस घटना का मुख्य कारण है। उन्होंने कहा कि हिंसा के लिए पूरी तरह से सपा ही जिम्मेदार है।
“उपचुनाव की हार का दर्द सहन नहीं कर पा रही सपा”
डिप्टी सीएम ने हिंसा की जड़ को सपा की उपचुनाव में करारी हार बताया। उन्होंने कहा, “उपचुनाव में मिली हार के सदमे से समाजवादी पार्टी अभी तक बाहर नहीं निकल पाई है। अखिलेश यादव को पहले अपनी पार्टी के अंदरूनी मतभेदों को सुलझाना चाहिए। सपा का प्रतिनिधिमंडल भेजना सिर्फ एक राजनीतिक दिखावा और वोट बैंक की राजनीति का हिस्सा है।”
“अखिलेश यादव कर रहे बचकाना हरकतें”
केशव मौर्य ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, “अखिलेश यादव की हरकतें खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसी हैं। समाजवादी पार्टी का वोट बैंक तेजी से खिसक रहा है। प्रदेश में शांति व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, और सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
“सपा ने जानबूझकर विवाद को जन्म दिया”
मौर्य ने साफ तौर पर कहा कि संभल की घटना को दंगे के रूप में नहीं देखा जा सकता। उन्होंने इसे सपा के नेताओं के बीच आपसी वर्चस्व की लड़ाई करार दिया। मौर्य ने कहा, “कोर्ट के आदेश के तहत शांतिपूर्ण सर्वे हो रहा था, लेकिन सपा ने जानबूझकर विवाद खड़ा किया। यह पूरी तरह अनुचित है और सपा की जिम्मेदारी है।”
डिप्टी सीएम ने जोर देकर कहा कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ को सरकार सहन नहीं करेगी।