वाराणसी। बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) सेंट जॉन्स एंबुलेंस ब्रिगेड के वार्षिक लघुकालीन प्रशिक्षण शिविर का रविवार को दक्षिण पश्चिम रेलवे भारत स्काउट एंड गाइड जिला प्रशिक्षण केंद्र, बेंगलुरु, कर्नाटक में विधिवत शुभारंभ हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बरेका केंद्रीय चिकित्सालय के प्रमुख मुख्य चिकित्सा अधिकारी और कोर कमांडर मेडिकल, डॉ. देवेश कुमार रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण, भव्य परेड और सलामी से हुई। मुख्य अतिथि ने ब्रिगेड ध्वज फहराकर शिविर का औपचारिक उद्घाटन किया और परेड का निरीक्षण किया। उन्होंने ब्रिगेड सदस्यों के अनुशासन और तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि पीड़ित मानवता की सेवा करना सेंट जॉन्स एंबुलेंस ब्रिगेड का मुख्य कर्तव्य है। हर सदस्य को समाज सेवा के प्रति समर्पित रहना चाहिए और नवाचार के साथ आगे बढ़ना चाहिए।

प्रशिक्षण शिविर की मुख्य झलकियाँ :-
शिविर में सेंट जॉन्स एंबुलेंस ब्रिगेड के सदस्यों ने प्राथमिक चिकित्सा, बचाव कार्यों और आपातकालीन स्थितियों में राहत पहुंचाने की तकनीकों का प्रदर्शन किया। इनमें स्ट्रेचर पर घायलों को स्थानांतरित करने, त्रिहत्था आसन, फायरमैन लिफ्ट, मानव बैसाखी और कृत्रिम श्वास प्रदान करने जैसी तकनीकों का व्यावहारिक प्रदर्शन शामिल था। उपस्थित दर्शकों और अतिथियों ने इन प्रदर्शनों की सराहना की।

शिविर के दौरान ‘टीबी भारत मुक्त अभियान’ के तहत टीबी रोग से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि ने टीबी के लक्षण, बचाव और उपचार पर जानकारी साझा की। इसके बाद, ब्रिगेड और स्काउट गाइड के बच्चों ने ‘टीबी हारेगा, देश जीतेगा’ के नारों के साथ रेल कॉलोनी में जागरूकता रैली निकाली।इसके साथ ही शिविर के दौरान स्वच्छता अभियान भी चलाया गया, जिसमें ब्रिगेड के सदस्यों ने प्रशिक्षण केंद्र परिसर की सफाई कर स्वच्छता का संदेश दिया। इस पहल को सभी उपस्थित जनों ने सराहा।
इस अवसर पर शिविर प्रबंधक एवं जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने आयोजन के सफल संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एंबुलेंस अधिकारी बी.आर. विश्वकर्मा, एच.एन. सिंह, राजेंद्र प्रसाद, राजकुमार पटेल और कर्मचारी परिषद सदस्य नवीन सिन्हा सहित 39 ब्रिगेड सदस्यों ने इस प्रशिक्षण में भाग लिया। प्रमुख सदस्यों में राधावल्लभ त्रिपाठी, एस.के. पांडेय, घनश्याम द्विवेदी, सूरज पांडेय, दीपक, मुकेश झा, संजय मौर्य और सुधा पाल ने शिविर को सफल बनाने में योगदान दिया।
