वाराणसी I बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के व्याकरण विभाग में सोमवार से शुरू हुई अखिल भारतीय व्याकरण प्रबोध कार्यशाला के उद्घाटन अवसर पर तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने मीडिया से बातचीत में मुगलों और मनुस्मृति पर हमले करने वालों को करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर किसी ने शुद्ध दूध पिया हो तो वह मुझसे आकर मनुस्मृति पर चर्चा करें, इसके एक भी अक्षर में राष्ट्र विरोधी तत्व नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने महाकुंभ में 30 दिन तक मनुस्मृति पर व्याख्यान दिया है।
इसके अलावा हरियाणा में ब्राह्मणों पर हमलों के संदर्भ में उन्होंने कहा कि हमलावरों को उचित दंड मिलेगा। रामभद्राचार्य ने यह भी दावा किया कि वे ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर संघर्ष करेंगे और मुगलों के नाम पर जो भी स्थान हैं, उनके नाम बदलेंगे।
कार्यशाला के उद्घाटन के दौरान 500 से अधिक BHU छात्रों ने संस्कृत संकाय में एक साथ मंत्रोच्चार किया, जिससे पूरा संकाय जय श्री राम के जयघोष से गूंज उठा। इस कार्यक्रम में रामभद्राचार्य ‘जन संधि’ विषय पर चर्चा करेंगे, जो सात दिनों तक 27 अप्रैल तक चलेगा। इस कार्यक्रम में उज्जैन विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति रमेशचंद्र पंडा और सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय गुजरात के प्रो. गोपबन्धु मिश्र भी मौजूद रहेंगे।