वाराणसी। बनारस नागरिक समाज ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के 25 दिसंबर को मनुस्मृति पर चर्चा करने के कारण गिरफ्तार किए गए 13 स्टूडेंट्स के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में शास्त्री घाट से जिलाधिकारी कार्यालय तक एक विशाल मार्च निकाला गया, जिसमें शहर के प्रमुख सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता, अधिवक्ता और जनपक्षधर पत्रकारों ने हिस्सा लिया।
प्रदर्शनकारियों ने इन स्टूडेंट्स की रिहाई की मांग करते हुए, जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई कि स्टूडेंट्स पर दर्ज FIR को तत्काल रद्द किया जाए और इस मामले में पुलिस की भूमिका की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए। साथ ही, सभी आरोपियों को बिना शर्त रिहा करने की मांग की गई।

मार्च में प्रमुख रूप से छेदीलाल निराला, एस पी राय, अनूप श्रमिक, राम जनम चौधरी, राजेंद्र, प्रवाल कुमार सिंह, अधिवक्ता राजेश कुमार यादव, अफलातून, आर डी सिंह, राजकुमार गुप्ता, लक्ष्मण प्रसाद मौर्या, संदीप कुमार, अशोक प्रजापति, मनीष शर्मा, सागर, शहजादी, शिवदास, विनय, चहेटू, मोहन और आकांक्षा सहित लगभग 60-65 लोग शामिल रहे। प्रदर्शनकारियों ने ‘निर्दोष स्टूडेंट्स को रिहा करो’, ‘बाबा साहब आंबेडकर अमर रहे’, ‘योगी आदित्यनाथ इस्तीफा दो’, ‘फर्जी मुकदमा रद्द करो’, ‘मनुस्मृति मुर्दाबाद’ जैसे नारे लगाए।