वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के कला संकाय चौराहे पर मनुस्मृति ग्रंथ जलाने और धार्मिक उन्माद फैलाने के प्रयास के दौरान हंगामा और हिंसा का मामला सामने आया। छात्रों ने प्रोक्टोरियल बोर्ड के सुरक्षाकर्मियों से मारपीट की, जिससे सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न हुई। इस घटना में दो महिला सुरक्षाकर्मियों को गंभीर चोटें आईं, जिन्हें ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है।
पुलिस आयुक्त वाराणसी के निर्देश पर पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए 13 छात्रों को हिरासत में लिया। यह सभी छात्र बीएचयू के विभिन्न संकायों से संबंधित हैं। घटना की सूचना विश्वविद्यालय के सुरक्षाधिकारियों द्वारा दी गई, जिसके बाद लंका थाना पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार छात्रों की सूची :-
- मुकेश कुमार (19)
- संदीप जायसवार (27)
- अमर शर्मा (20)
- अरविंद पाल (25)
- अनुपम कुमार (29)
- लक्ष्मण कुमार (21)
- अविनाश (24)
- अरविंद (23)
- शुभम कुमार (21)
- आदर्श (22)
- इप्सिता अग्रवाल
- सिद्दी तिवारी
- कात्यायनी बी. रेड्डी
घटना का विवरण :-
25 दिसंबर 2024 को छात्रों ने पूर्वनियोजित योजना के तहत मनुस्मृति जलाने का प्रयास किया। सुरक्षाकर्मियों के रोकने पर छात्रों ने हिंसा की, जिससे परिसर में अफरा-तफरी मच गई। मारपीट और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपियों पर आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। गिरफ्तार छात्रों को न्यायिक हिरासत में भेजने की प्रक्रिया चल रही है।

लंका थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्र और उनकी टीम ने यह कार्रवाई की। विश्वविद्यालय प्रशासन ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कठोर कदम उठाने की बात कही है।