Bhupesh Baghel ED Raid: छत्तीसगढ़ के भिलाई में सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम पर हमला होने की खबर सामने आई है। ईडी की रेड के बाद (Bhupesh Baghel ED Raid) टीम जब बाहर निकल रही थी, तभी कुछ अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। इस घटना के बाद ईडी हमलावरों के खिलाफ केस दर्ज कराने की तैयारी में है।
Bhupesh Baghel ED Raid : ईडी टीम पर पत्थरबाजी, गाड़ियों को बनाया निशाना
सूत्रों के मुताबिक, ईडी की टीम पर ईंट और पत्थरों से हमला किया गया। टीम की गाड़ी के सामने और पीछे बड़े पत्थर फेंके गए। हालांकि, अभी तक किसी के घायल होने की पुष्टि नहीं हुई है। यह हमला उस वक्त हुआ जब ईडी के अधिकारी छापेमारी के बाद भूपेश बघेल के आवास से (Bhupesh Baghel ED Raid) निकल रहे थे।
छापेमारी के दौरान, बघेल समर्थकों द्वारा विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था, इसी दौरान भीड़ के कुछ अराजक तत्वों ने हमला कर दिया।
भूपेश बघेल के बेटे के खिलाफ ईडी की कार्रवाई
ईडी की यह रेड कथित शराब घोटाले के सिलसिले में की गई थी। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस के तहत उनके परिसरों पर छापेमारी (Bhupesh Baghel ED Raid) की गई।
ईडी की टीम ने भिलाई स्थित चैतन्य बघेल के ठिकानों, उनके कथित करीबी सहयोगी लक्ष्मी नारायण बंसल (पप्पू बंसल) और अन्य संदिग्ध परिसरों पर भी कार्रवाई की। यह छापेमारी धनशोधन रोकथाम अधिनियम (PMLA) के तहत की गई थी।
ईडी को संदेह है कि चैतन्य बघेल इस घोटाले से अर्जित अवैध धन के प्राप्तकर्ता हैं। इस मामले में छत्तीसगढ़ के 14-15 स्थानों पर छापेमारी की गई।
कांग्रेस का विरोध, केंद्र पर साजिश का आरोप
छापेमारी (Bhupesh Baghel ED Raid) के तुरंत बाद, भूपेश बघेल के समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। कांग्रेस नेताओं ने इसे केंद्र सरकार की साजिश करार दिया।
ईडी पहले ही दावा कर चुकी है कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले की वजह से राज्य को भारी वित्तीय नुकसान हुआ और इस घोटाले के जरिए करीब 2,100 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध कमाई की गई, जो शराब सिंडिकेट के लाभार्थियों तक पहुंची।
ईडी जल्द दर्ज कराएगी मामला
ईडी टीम पर हुए हमले के बाद, एजेंसी इस मामले में केस दर्ज कराने की प्रक्रिया में है। इस घटना को लेकर अब सियासी हलकों में घमासान मचा हुआ है और इसे कानूनी व राजनीतिक दोनों नजरियों से देखा जा रहा है।