वाराणसी I होटल रियो बनारस, कैंटोनमेंट में सामाजिक संस्था हम भारत हैं के सौजन्य से आध्यात्मिक गुरु स्वामी ओमा द अक जी के जन्मदिवस के अवसर पर एक विशाल रक्तदान शिविर (Blood Donation Camp) का आयोजन किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में लोगों ने रक्तदान कर समाज सेवा में अपनी भागीदारी निभाई।

मुख्य अतिथि एडीएम सिटी वाराणसी श्री आलोक कुमार वर्मा ने शिविर में पहुँचकर कहा कि रक्तदान (Blood Donation) एक महान कार्य है। यह किसी भी व्यक्ति के जीवन को बचाने का सबसे बड़ा साधन है। उन्होंने आगे कहा कि रक्तदान से न केवल जरूरतमंद की जान बचती है, बल्कि यह कार्य इंसानियत की असली सेवा है। इस दौरान उन्होंने आध्यात्मिक गुरु स्वामी ओमा द अक जी को जन्मदिवस की शुभकामनाएँ भी दीं।

शिविर में परामर्श ब्लड बैंक, मंडलीय जिला चिकित्सालय के विकाश कुमार सिंह ने बताया कि जो लोग शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं, जिनका वजन 50 किलो से अधिक है और कोई गंभीर दवा नहीं ले रहे हैं, वे निसंकोच रक्तदान कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि रक्तदान (Blood Donation) महादान है और यह जनहित में किया गया सबसे बड़ा योगदान है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि रक्तदान करने वाले को एक डोनेशन कार्ड दिया जाता है, जिसकी वैधता 3 महीने तक रहती है। इस कार्ड का लाभ यह है कि यदि रक्तदाता या उसका कोई परिजन आपातकालीन स्थिति में रक्त की आवश्यकता महसूस करता है तो उसे एक यूनिट रक्त तुरंत उपलब्ध कराया जाता है। इतना ही नहीं, कार्ड धारकों को रक्त उपलब्ध कराने में प्राथमिकता भी दी जाती है।

आध्यात्मिक गुरु स्वामी ओमा द अक जी ने इस अवसर पर कहा कि हम हर वर्ष अपने जन्मदिवस पर रक्तदान शिविर (Blood Donation Camp) का आयोजन करते हैं। पिछले चार वर्षों से हम कबीरचौरा अस्पताल की टीम के साथ मिलकर यह कार्य कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य यही है कि जरूरतमंदों को समय पर रक्त उपलब्ध हो सके और समाज में रक्तदान को लेकर जागरूकता फैले।

वहीं, रक्तदान करने आए कुशिद अख्तर ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि मेरी रक्तदान (Blood Donation) करने की सबसे बड़ी प्रेरणा यह है कि यह दूसरों के साथ-साथ खुद के लिए भी लाभकारी है। रक्तदान से पहले की जाने वाली जाँच में हमें अपने स्वास्थ्य की स्थिति का पता चलता है और रक्तदान से शरीर का रक्त भी शुद्ध होता है। यही कारण है कि हर व्यक्ति को रक्तदान अवश्य करना चाहिए।

इस प्रकार, स्वामी ओमा द अक जी के जन्मदिवस पर आयोजित रक्तदान शिविर (Blood Donation Camp) ने समाज में यह सकारात्मक संदेश दिया कि रक्तदान न केवल इंसानियत की सेवा है बल्कि जीवन बचाने का सबसे बड़ा साधन भी है।
