बरेका में लागू हुआ AEBAS, पारदर्शिता और जवाबदेही की दिशा में बड़ा कदम

Varanasi : बनारस रेल इंजन कारखाना (BLW) में डिजिटल भारत मिशन को सशक्त बनाने की दिशा में एक और क्रांतिकारी पहल की गई है। रेलवे बोर्ड के निर्देश पर और बरेका के महाप्रबंधक नरेश पाल सिंह के नेतृत्व में 1 जुलाई 2025 से आधार इनेबल्ड बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम (AEBAS) को नियमित रूप से लागू कर दिया गया है। यह प्रणाली सरकारी कार्यालयो में पारदर्शिता, जवाबदेही और कार्य दक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।

सेमिनार में दी गई तकनीकी जानकारी

AEBAS प्रणाली के सफल क्रियान्वयन और इसके उपयोग की विधि को लेकर बरेका केंद्रीय चिकित्सालय में एक सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में वरिष्ठ आंकड़ा संगणक प्रबंधक संतोष कुमार सिंह ने मोबाइल एप आधारित उपस्थिति प्रणाली पर पावर पॉइंट प्रस्तुति दी। उन्होंने बताया कि यह प्रणाली आधार संख्या और बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के जरिए कर्मचारी की उपस्थिति की रीयल-टाइम में पुष्टि करती है।

उक्त प्रणाली का लाभ यह है कि कर्मचारी अब अपने स्मार्टफोन या टैबलेट का उपयोग करके, कार्यालय परिसर के भीतर ही उपस्थिति दर्ज कर सकते हैं। यह उपस्थिति सीधे UIDAI सर्वर से प्रमाणित होकर केंद्रीय डेटा सर्वर से जुड़ जाती है, जिससे डुप्लीकेट या फर्जी उपस्थिति की संभावना समाप्त हो जाती है।

AEBAS

कार्य संस्कृति में होगा सकारात्मक परिवर्तन

AEBAS के लागू होने से न केवल कर्मचारियों की उपस्थिति समयबद्ध तरीके से दर्ज की जा सकेगी, बल्कि शासन और प्रशासनिक निगरानी भी प्रभावी रूप से संभव होगी। यह प्रणाली उपस्थिति से संबंधित विवादों और लापरवाहियों को भी कम करने में मदद करेगी। साथ ही, अधिकारियों को कर्मचारियों की उपस्थिति और समयपालन की सटीक जानकारी मिलती रहेगी।

डिजिटल इंडिया मिशन को मिलेगी गति

बरेका में आधार आधारित बायोमेट्रिक(AEBAS) उपस्थिति प्रणाली का सफलतापूर्वक कार्यान्वयन केंद्र सरकार की डिजिटल इंडिया पहल को धरातल पर साकार करता है। यह न केवल प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाएगा बल्कि बरेका को स्मार्ट वर्किंग संस्थान के रूप में स्थापित करने में भी सहायक होगा। आने वाले समय में रेलवे के अन्य विभागों और सरकारी संस्थानों में भी इस प्रणाली को चरणबद्ध तरीके से लागू किए जाने की योजना है।

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इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल चिकित्साधिकारी डॉ. मधुलिका सिंह, आंकड़ा संसाधन प्रबंधक सुरेंद्र, वरिष्ठ अभियंता (आईटी) प्रमोद कुमार, तथा मुख्य समयपाल (लेखा विभाग) अजय कुमार पांडे भी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने इस पहल की सराहना की और कहा कि इससे कार्यस्थल की जवाबदेही में उल्लेखनीय सुधार आएगा।

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