नई दिल्ली I प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में अपने संबोधन में विश्व में मौजूदा चुनौतियों, जैसे युद्ध, आर्थिक अनिश्चितता, जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ब्रिक्स देशों को दुनिया को सही दिशा में ले जाने में सकारात्मक भूमिका निभाने की आवश्यकता है।
पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत युद्ध नहीं, बल्कि संवाद और कूटनीति का समर्थन करता है। उन्होंने रूस-यूक्रेन संघर्ष को शांतिपूर्ण वार्ता के माध्यम से हल करने की अपील की। उनका कहना था, “हम कोविड जैसी चुनौती से मिलकर पार पा सके, उसी तरह हमें भविष्य के लिए सुरक्षित, मजबूत और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करने के लिए नए अवसर पैदा करने में सक्षम होना चाहिए।”
इसके अलावा, पीएम मोदी ने आतंकवाद से निपटने के लिए ठोस वैश्विक प्रयासों की भी आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि इस खतरे का मुकाबला करने में कोई दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए और हमें युवाओं के कट्टरपंथीकरण को रोकने के लिए सक्रिय कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक सम्मेलन के लिए मिलकर काम करने की बात की।
पीएम मोदी ने ब्रिक्स में नए देशों के स्वागत की तैयारियों का भी उल्लेख किया और कहा कि सभी निर्णय आम सहमति से लिए जाने चाहिए। उन्होंने वैश्विक संस्थानों, जैसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार की आवश्यकता पर भी जोर दिया।