ओटावा I कनाडा के प्रधानमंत्री और सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी के नेता जस्टिन ट्रूडो ने इस सप्ताह अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के बाद पार्टी ने घोषणा की है कि नए नेता के चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया शुरू होगी और 9 मार्च को नए प्रधानमंत्री का चयन किया जाएगा। तब तक जस्टिन ट्रूडो अंतरिम प्रधानमंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाते रहेंगे।
प्रधानमंत्री पद की दौड़ में दो प्रमुख नाम
लिबरल पार्टी के अगले नेता और प्रधानमंत्री बनने की दौड़ में पूर्व केंद्रीय बैंकर मार्क कार्नी और पूर्व वित्त मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड के नाम सबसे आगे हैं। पार्टी अध्यक्ष सचित मेहरा ने बताया कि यह प्रक्रिया मजबूत और पारदर्शी होगी।
क्रिस्टिया फ्रीलैंड: यूक्रेनी मूल की फ्रीलैंड, कनाडा की पूर्व वित्त मंत्री और उदारवादी नेता मानी जाती हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध में उन्होंने यूक्रेन का समर्थन किया था।
मार्क कार्नी: बैंक ऑफ इंग्लैंड के पूर्व गवर्नर और केंद्रीय बैंक के प्रमुख रह चुके कार्नी एक कुशल अर्थशास्त्री हैं, लेकिन उनके पास राजनीतिक अनुभव की कमी है।
राजनीतिक अस्थिरता और चुनौतियां
यह राजनीतिक उथल-पुथल ऐसे समय में हो रही है जब कनाडा आर्थिक और राजनीतिक चुनौतियों का सामना कर रहा है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कनाडा पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी है और कनाडा को अमेरिका के साथ मिलाने का सुझाव दिया है।
लिबरल पार्टी अल्पमत में है, और विपक्षी दलों ने संसद सत्र के दौरान सरकार गिराने का संकेत दिया है। नैनोस सर्वेक्षण के अनुसार, आगामी चुनावों में लिबरल पार्टी को केवल 23 प्रतिशत समर्थन मिलने की संभावना है, जबकि विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी को 45 प्रतिशत समर्थन प्राप्त है।
ट्रूडो की घटती लोकप्रियता का कारण
प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की लोकप्रियता में गिरावट का मुख्य कारण कनाडा में भोजन और आवास की बढ़ती लागत है। इसके अलावा, पिछले महीने ट्रूडो द्वारा फ्रीलैंड को वित्त मंत्री पद से हटाने और उनके तीखे पत्र ने भी जनता की नाराजगी को बढ़ा दिया।
