वाराणसी: केंद्रीय भूमि जल बोर्ड में तैनात सहायक लेखाधिकारी मुकेश रंजन गुप्ता को CBI की एंटी करप्शन ब्रांच ने सोमवार रात बड़ालालपुर स्थित हस्तकला संकुल से रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। आरोप है कि उन्होंने एक कर्मचारी का यात्रा भत्ता पास करने के बदले 5000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी। रिश्वत न देने पर उन्होंने बिल रोकने और तबादले की धमकी दी थी।
शिकायत पर हुई कार्रवाई
CBI लखनऊ की अपर पुलिस अधीक्षक रानू चौधरी के अनुसार, केंद्रीय भूमि जल बोर्ड (खंड-3 टीएफसी बड़ालालपुर) में सहायक ड्रिलर के पद पर कार्यरत चतुरानंद त्रिवेदी ने 3 जुलाई को शिकायत दर्ज कराई थी। त्रिवेदी का आरोप था कि जनवरी 2025 के यात्रा भत्ते का बिल पास करने के लिए मुकेश रंजन गुप्ता ने अनुचित रूप से 5000 रुपये की मांग की थी।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अगर पैसे नहीं दिए गए, तो बिल की जांच कर उसे रोकने की धमकी दी गई थी।
सीबीआई ने की गिरफ़्तारी
सीबीआई ने शिकायत की गहराई से जांच की और आरोप की पुष्टि होने पर सोमवार रात छापा मारकर हस्तकला संकुल से मुकेश रंजन गुप्ता को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस मामले की जांच सीबीआई इंस्पेक्टर संजय त्यागी को सौंपी गई है।
यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकारी एजेंसियों की सतर्कता और निष्पक्षता का संकेत देती है।
